Lok Sabha Election 2019: रमजान के दौरान वोटिंग पर चुनाव आयोग बोला-त्योहार का रखा ध्यान, जुमे को नहीं होगा मतदान

संक्षेप:

  • रमजान में मतदान के मुद्दे पर चुनाव आयोग ने अपनी प्रतिक्रिया दी है
  • चुनाव आयोग ने कहा कि किसी भी शुक्रवार या त्योहार के दिन मतदान नहीं हैं
  • पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में वोटिंग की तारीखें रमजान के महीने में पड़ रही हैं

नोएडा: रमजान में मतदान के मुद्दे पर चुनाव आयोग ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. चुनाव आयोग ने कहा कि किसी भी शुक्रवार या त्योहार के दिन मतदान नहीं हैं. आयोग ने कहा कि रमजान के पूरे महीने ही चुनाव न हों, ऐसा नहीं हो सकता है. चुनाव आयोग का यह बयान उस मौके पर आया है, जब कई पार्टियां रमजान में मतदान होने के फैसले का विरोध कर रही हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि 2 जून से पहले नई सरकार का गठन होना जरूरी था. ऐसे में इसे और टाला नहीं जा सकता था. साथ ही एक महीने तक चुनाव न हों, ऐसा भी संभव नहीं था. इसलिए आयोग ने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि किसी भी शुक्रवार को अथवा किसी फेस्टिवल के दौरान मतदान न हो. चुनाव आयोग का कहना है कि हमारे पास इन तारीखों को बदलने का अथवा चुनाव के समय को आगे-पीछे करने का विकल्प ही नहीं था.

बता दें कि तीन राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में वोटिंग की तारीखें रमजान के महीने में पड़ रही हैं. ऐसे में मुस्लिम नेताओं और मौलानाओं ने चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाया है. इतना ही नहीं, उन्होंने इन तारीखों में बदलाव की मांग की है.

कोलकाता के मेयर और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता फिरहाद हाकिम ने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक निकाय है और हम उसका सम्मान करते हैं. हम चुनाव आयोग के खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहते, लेकिन सात फेज में होने वाले चुनाव बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए कठिन होंगे. उन्होंने आगे कहा कि इन चुनावों में सबसे ज्यादा परेशानी मुस्लिमों को होगी क्योंकि वोटिंग की तारीखें रमजान के महीने में रखी गई हैं. वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान ने भी इस फैसले का विरोध किया है.

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