इंजीनियर ब्रजपाल के खिलाफ कसा शिकंजा, 36 घंटे चली छापेमारी

संक्षेप:

  • नोएडा प्राधिकरण के इंजीनियर पर आयकर विभाग की कार्रवाई
  • लगातार की 36 घंटे तक छापेमारी, इंजीनियर ब्रजपाल निलंबित
  • 25 संपत्तियों और दो परिवारों का हुआ खुलासा

नोएडाः आय से अधिक संपत्ति के मामले में नोएडा प्राधिकरण के सहायक परियोजना अभियंता (एपीई) ब्रजपाल चौधरी पर शिकंजा कसता जा रहा है। लगातार 36 घंटे चले सर्च अभियान के दौरान आयकर विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में उसकी 25 संपत्तियों का खुलासा किया है। इसके अलावा आठ लाख रुपये कैश और आभूषण भी बरामद किए हैं।

वहीं, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने ब्रजपाल को निलंबित करते हुए मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। बृहस्पतिवार सुबह करीब सात बजे आयकर विभाग की अलग-अलग टीमों ने बज्रपाल के नोएडा, हापुड़ और फरीदाबाद सहित कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी।

इस दौरान इंवेस्टिगेशन विंग ने चौधरी की पत्नी, बेटों सहित अन्य करीबियों के नाम मकान, प्लॉट, कंपनियों, फॉर्म हाउस, स्कूल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल सहित कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए हैं।

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प्राधिकरण के सीईओ आलोक टंडन का कहना है कि आयकर विभाग के छापे से प्राधिकरण के अलावा राज्य सरकार की छवि धूमिल हुई है, इसलिए उत्तर प्रदेश राजकीय सेवा नियमावली 1956 एवं नोएडा सेवा नियमावली 1961 में दी गई धाराओं को संज्ञान में लेते हुए ब्रजपाल चौधरी को निलंबित किया गया है।

निलंबन की अवधि में ब्रजपाल को नियम के मुताबिक जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि अर्द्ध वेतन पर देय अवकाश वेतन की राशि के बराबर देय होगी। इसके अलावा जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि पर महंगाई भत्ता (यदि ऐसे अवकाश वेतन पर देय है) भी दिया जाएगा। यह भत्ते तभी मिलेंगे जब ब्रजपाल यह प्रमाण देंगे कि वह किसी व्यापार या अन्य कोई कार्य नहीं कर रहे हैं।

 

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