14वें दिन भी भाकियू का धरना जारी, कहा नोएडा के किसान सरकार पर बोझ

संक्षेप:

  • भारतीय किसान यूनियन (भानू) का 14 वें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी
  • `सरकार के मंत्रियों ने किसानों की समस्यों को लेकर कोई संवेदना नहीं जताई`
  • `आज तक किसानों से मिलने की जहमत नहीं उठाई`

किसानों के उत्पीड़न के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (भानू) का 14 वें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। धरने की अध्यक्षता चौधरी बाबू सिंह ने कि वह संचालन संतराम अवाना द्वारा किया गया है। वहीं नोएडा महानगर अध्यक्ष राजेश उपाध्याय द्वारा बताया गया कि प्रशासन व नोएडा प्राधिकरण से लेकर लखनऊ तक और यहां के जनप्रतिनिधि मंत्री तक बिल्डरों और निवेशकों के साथ खड़े हैं। आज तक किसी नोएडा प्राधिकरण अधिकारी व सरकार के जनप्रतिनिधियों, सरकार के मंत्रियों के द्वारा किसानों की समस्यों को लेकर कोई संवेदना नहीं जताई। किसी ने आज तक किसानों से मिलने की जहमत नहीं उठाई। ऐसा प्रतीत होता है कि नोएडा के किसान सरकार पर बोझ है।

अनिश्चितकालीन धरने के आज 14वें दिन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश मिश्रा ने 15 सदस्यीय किसान प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की पेशकश की जिस में किसानों की वर्षों पुरानी आबादी को निस्तारित करने के विषय पर वार्ता शुरू हुई किसानों के अनुसार नोएडा बोर्ड मीटिंग में पास जहां है जैसी है के आधार पर आबादियों को नियमित करने की बात रखी व जब तक नोएडा के सभी गांवों का आबादी नियमितीकरण ने कर दिया जाए तब तक किसी किसान की आबादी को नोएडा प्राधिकरण द्वारा हाथ नहीं लगाया जाए।

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लेकिन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा की भाषा शैली किसानों के प्रति असंवेदनशील थी जिस कारण किसान वार्ता का बहिष्कार कर चल रहे धरना स्थल पर वापिस आ बैठे। अब नोएडा प्राधिकरण को जवाब देने के लिए 20 सितंबर यानि बुधवार को महापंचायत कर नोएडा अधिकारियों की किसानों के प्रति कार्यशैली का जवाब देने का कार्य करेगी। जबकि 2011 में नोएडा के पूर्व अधिकारियों एवं तत्कालीन मंत्रियों द्वारा 2011 तक की आबादियों को जहां है जैसी के आधार पर नियमित करने का कार्यालय आदेश नोएडा प्राधिकरण ने जारी किया था। यह कार्यालय आदेश आज भी किसानों के पास मौजूद है।

 

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