NYOOOZ Exclusive नोएडा - जेपी ग्रुप की मुश्किलें और बढ़ेंगी, HC जाएंगे 30 किसान !

संक्षेप:

मूंजखेड़ा भूमि अधिग्रहण मामला

यमुना प्राधिकरण और जेपी ग्रुप की बढ़ेगी मुश्किलें

30 किसान जाएंगे हाइकोर्ट

साल 2009 में गौतमबुद्ध नगर के गांव मूंजखेड़ा में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इमरजेंसी क्लॉज लगाकर 497 हेक्टेयर ज़मीन पर अधिग्रहण कर लिया। 8 किसानों ने प्राधिकरण के इस फैसले का विरोध करते हुए इलाहाबाद हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 19 जुलाई को कोर्ट ने किसानों के पक्ष में फैसला सुनाया और इन 8 किसानों की लगभग 30 हेक्टेयर भूमि पर अधिग्रहण रद्द कर दिया। जब NYOOOZ ने इन किसानों से बात की तो उन्होंने कहा जेपी बिल्ड़र को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया।

क्या है पूरा मामला

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने मूंजखेड़ और इसके पड़ोसी गांव में भूमि पर अधिग्रहण कर लिया। NYOOOZ को किसानों ने बताया कि प्राधिकरण ने उनके आवासीय क्षेत्र पर भी अधिग्रहण कर लिया जिसके चलते वह हाइकोर्ट कोर्ट पहुंचे थे। गांव के प्रधान और याचिकाकर्ता रामभूल शर्मा के बेटे टीटू शर्मा ने बताया कि “प्राधिकरण ने प्रोजेक्टस के नाम पर आवासीय योजना की शुरूआत की है लेकिन उसने यह कदम कुछ बिल्ड़रों को फायदा पहुंचाने के लिए उठाया है।” उन्होंने प्राधिकरण पर आरोप लगाते हुए कहा कि “ज़मीन को 800 प्रति मीटर की दर से प्राधिकरण ने खरीदा और 17,000 रूपए प्रति गज के हिसाब से बिल्डरों को बेच दी। सबसे ज्यादा फायदा जेपी बिल्डर्स का पहुंचाया गया है। सिर्फ यहीं नहीं जो ज़मीन प्राधिकरण ने ली थी उस ज़मीन पर जेपी ने कब्जा कर लिया। हालांकि बाद में किसानों ने उस ज़मीन से जेपी का कब्जा हटा लिया और वहां खेती शुरू कर दी।”

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


किसानों के पक्ष में फैसला आने से गांव में खुशी की लहर

शिव कुमार शर्मा, मुशी लाल विद्यालय, ओम विजय प्रकाश, इफतिकार, राम भूल शर्मा, सुरेश भगवत सहित 8 किसानों की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अरुण टण्डन और जस्टिस ऋतुराज अवस्थी की डिवीजन बेंच ने फैसला किसानों के पक्ष में सुनाते हुए इनकी लगभग 30 हेक्टेयर ज़मीन पर अधिग्रहण रद्द कर दिया और अथॉरिटी को 3 महीने का समय दिया है। साथ ही आदेश दिए किया अगर किसान अपनी ज़मीन प्राधिकरण को बेचना चाहता है तो नए सर्किल रेट के हिसाल से उन्हें पैसा दिया जाए। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद मूंजखेड़ा औऱ आसपास के गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।

30 किसान जाएंगे प्राधिकरण के खिलाफ कोर्ट

जैसे ही कोर्ट का फैसला आया उसके बाद गांव में एक खुशी की लहर देखी जा रही है। अब 30 किसान कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं जिससे कहा जा रहा है कि प्राधिकरण के साथ-साथ जेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Noida की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles