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Bihar Politics: मझधार में फंसे पशुपति पारस, किनारे की खोज में देख रहे इधर-उधर; सियासी अटकलें तेज
- न्यूज़
- Thursday | 14th November, 2024

उन्होंने केंद्रीय कैबिनेट से त्याग पत्र दे दिया।
समर्थकों को विश्वास था कि पारस अपनी पार्टी रालोजपा (RLJP) के चुनाव चिह्न पर स्वयं लड़ेंगे।
कुछ समर्थकों को भी टिकट देंगे।
भाजपा से समायोजन का संकेत मिलने के बाद उन्होंनेे लोकसभा चुनाव से स्वयं को अलग रखा।
दूसरी तरफ, चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) चुनाव में सभी पांच सीटों पर जीत गई। कब बढ़ा पारस का भाव?अगस्त में चिराग पासवान ने केंद्र सरकार के कुछ निर्णयों पर नकारात्मक टिप्पणी की थी।
चिराग को सतर्क करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने पारस से मुलाकात कर ली।
प्रभाव यह हुआ कि पारस राज्य में राजग की मजबूती का दावा करने लगे।

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