बिहार में 6 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को मिला UDID कार्ड, समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने की समीक्षा बैठक

मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं एवं बच्चों के पुनर्वास की पहल विभागीय सचिव ने पटना स्थित तीन आसरा गृहों की भी समीक्षा की और अधिकारियों को लाभार्थियों के परिवारों से संपर्क कर उन्हें पुनर्वासित करने के निर्देश दिए।

साथ ही मूक-बधिर, नेत्रहीन और मानसिक दिव्यांग बच्चों के आवासीय और दिवाकालीन विद्यालयों (चमन) की संचालन स्थिति की भी गहन समीक्षा की।राष्ट्रीय छात्रवृत्ति और पुनर्वास योजनाओं पर जोरबैठक में राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना, एडीप योजना, दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना (डीडीआरएस) एवं सीपीडीए योजना की भी समीक्षा की गई।

वर्ष 2025-26 में 5,000 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य तय किया गया है।

गौरतलब है कि पिछले पांच वर्षों में 7,755 छात्र-छात्राएं इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं। राज्य आयुक्त नि:शक्तता कार्यालय के विषयों की समीक्षाराज्य आयुक्त नि:शक्तता कार्यालय से संबंधित 27 लंबित निबंधन/पुनर्निबंधन आवेदनों की त्वरित जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश भी बैठक के दौरान दिया गया।

समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने अंत में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे गंभीरता, संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्य करते हुए राज्य के दिव्यांगजनों को योजनाओं का समुचित लाभ समय पर उपलब्ध कराएं। समीक्षा बैठक में इनकी रही मौजूदगीसमाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय के निदेशक योगेश कुमार सागर, उपसचिव हरिशंकर राम, अपर आयुक्त नि:शक्तता रुबि कुमारी , उपनिदेशक भुवन कुमार समेत दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय के कई पदाधिकारी और कर्मी मौजूद रहे। ।

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