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`राष्ट्र-हित में ही निज-हित भी समाहित है`, बिहार में मोहन भागवत बोले- संघ के लिए पहले राष्ट्र और मातृभूमि
- न्यूज़
- Wednesday | 11th June, 2025
प्रशिक्षण वर्ग में संघ के तीन प्रांतों (उत्तर बिहार, दक्षिण बिहार और झारखंड) के 68 प्रतिभागी भाग ले रहे।
संघ की व्यवस्था के अनुसार, विशेष वर्ग के प्रशिक्षण के लिए प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण पूरा करने के अलावा न्यूनतम 40 वर्ष आयु की अर्हता है।
संघ में प्रशिक्षण का यह मध्यम सोपान है।
अंतिम प्रशिक्षण कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय (विशेष वर्ग) के रूप में नागपुर में होता है।
मार्च में हुआ था पांच दिवसीय प्रवास : इससे पहले बिहार में भागवत का पांच दिवसीय प्रवास मार्च में हुआ था।
पांच मार्च को उन्होंने सुपौल में सरस्वती विद्या मंदिर के नए भवन का उद्घाटन किया था।
उसी शाम वे मुजफ्फरपुर चले आए थे।
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