काली डस्ट उड़ती है, फ्लाइएश निपटान सही नहीं, आठ उद्योगों को देंगे नोटिस

संक्षेप:

रायपुर से आई पर्यावरण विभाग की टीम ने की जिले में उद्योगों की जांच

जिले के उद्योगों में काली डस्ट उड़ने और फ्लाइएश के सही निपटान नहीं होने संबंधी शिकायतों के बाद रायपुर से पर्यावरण विभाग की टीम रायगढ़ आई थी। यहां टीम ने आठ उद्योगों की जांच की। प्रदूषण रोकने के उपायों को लेकर लापरवाही सामने आई है।

राज्य स्तरीय टीम ने अपनी रिपोर्ट स्थानीय पर्यावरण संरक्षण मंडल को दी है और उद्योगों को नोटिस जारी करने के लिए कहा गया है। दो दिन पहले राज्य और जिले के अफसरों की एक संयुक्त टीम ने जिले के आठ उद्योगों का निरीक्षण किया। 26 से 28 जनवरी के बीच इसमें पर्यावरण संरक्षण मंडल के अफसर आरके शर्मा और स्थानीय पर्यावरण अधिकारी अजय गेदाम सहित अन्य अफसरों की टीम ने तराईमाल स्थित सिंघल इंटरप्राइसेस और सिंघल एनर्जी, सराईपाली स्थित एनआरवीएस इस्पात, जेएसपीएल, जेएसडब्ल्यू, जामगांव एमएसपी स्टील और इंड सिनर्जी में निरीक्षण किया गया था।

अफसरों के मुताबिक जांच के दौरान इंड सिनर्जी और जेएसपीएल के चिमनी से प्रदूषण स्तर बढ़ा हुआ मिला। इसके अलावा जेएसडब्लू में अव्यवस्थाएं मिली हैं, कुछ दिन पहले ही जिला स्तरीय टीम ने यहां निरीक्षण किया था। प्रदूषण बढ़ने के साथ साफ सफाई ठीक नहीं रखने के कारण नोटिस दिया गया था। सिंघल इंटरप्राइसेस, एनआरवीएस और एमएसपी प्लांट में भी फ्लाइएश डिस्पोजल सही नहीं होने और प्लांट में साफ-सफाई के साथ कुछ अव्यवस्थाएं मिली हैं।

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जांच में मिली खामियों के बाद मंगलवार तक पर्यावरण विभाग उद्योगों को नोटिस जारी करेगा। अफसरों ने कहा है, उद्योग प्रबंधन प्रदूषण कम करने के उपाय नहीं करता है तो कार्रवाई की जाएगी। प्रदूषण का स्तर देखने पर्यावरण संरक्षण मंडल की टीम 95 उद्योगों का निरीक्षण कर चुकी है।

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