टीका लगवाने से हेल्थ वर्कर को डर , 3037 में 1670 ने ही लगवाई वैक्सीन

संक्षेप:

पहली खेप में जितने डोज पहुंचे थे उसमें आधे से भी कम हुए उपयोग

फंट लाइन कोरोना वारियर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है, पर हेल्थ वर्कर टीका लगवाने में ज्यादा रूचि नहीं दिखा रहे हैं। अधिकांश हेल्थ वर्करों को यह डर है कि कहीं टीके का कोई रिएक्शन न हो जाए। जिले में 16 जनवरी से टीकाकारण के शुभारंभ के बाद कुल 7 दिन टीकाकरण किया गया है। इन सात दिनों में स्वास्थ्य विभाग ने 3037 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था, पर टीका सिर्फ 1670 लोगों ने ही लगवाया। 1367 हेल्थ वर्कर ऐसे हैं जो मोबाइल में मैसेज मिलने के बावजूद टीका लगवाने के लिए पहुंचे ही नहीं। अभी कोरोना वैक्सीनेशन का पहला चरण चल रहा है, जिसमें फंट लाइन कोरोना वारियर्स को टीका लगाने का काम हो रहा है। सूची में अधिकांश लोग स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारी हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व मितानिनों को भी इस सूची में शामिल किया है, पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारी ही टीका लगवाने के प्रति उदासीनता दिखा रहे हैं। विभाग द्वारा हर सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक रोजाना टीकाकारण का आयोजन किया जा रहा है, जिन्हें टीका लगना है उनके मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर टीका लगवाने के लिए केन्द्र पहुंचने की अपील की जा रही है। इस मैसेज को कई लोग इग्नोर कर रहे हैं और टीका लगवाने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग को लक्ष्य पूरा करना मुश्किल हो रहा है।

15 फरवरी तक पहुंच सकती है दूसरी खेप


टीके की दूसरी खेप भी जिले में 15 फरवरी तक पहुंचेगी। दूसरी खेप में भी 7700 डोज आएंगे। इस बार कौन सा टीका पहुंचेगा, यह तय नहीं हो पाया है। यह प्रदेश से तय होगा। दूसरी खेप में मिले टीके से भी पहले चरण का ही टीकाकरण होगा, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग ने पहले चरण की सूची में 12529 फ्रंट लाइन हेल्थ वर्करों को शामिल किया गया था। पहली खेप में टीके की डिमांड 15 हजार से अधिक डोज के थे। पर पहली खेप में आधा डोज ही आ पाया था।

जागरूकता के लिए डॉक्टर खुद लगवा रहे पहला टीका


टीका लगवाने लोग बेझिझक होकर सामने आएं इसके लिए सभी टीकाकरण केन्द्रों में सबसे पहले बीएमओ व अन्य मेडिकल ऑफिसर पहले टीका लगवा रहे हैं। इसके बावजूद मितानिन व आंबा कार्यकर्ताओं में डर देखा जा रहा है। जिले में अब तक टीके के साइड इफेक्ट की कोई घटना सामने नहीं आई है।

7700 में से अब तक 1910 डोज की खपत

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जिले में पहुंची कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खेप में 7700 डोज भेजी गई थी। 7 दिन तक हुए टीकाकरण में 1910 डोज की खपत हुई है। विभाग के कोल्ड चैन प्वाइंट में अभी भी 5790 डोज अभी भी बचे हुए हैं। अभी वैक्सीन की एक्सपायरी डेट बची हुई है। जितने वैक्सीन बचे हुए हैं उन्हें डीप फ्रीजर पर संभालकर रखा जा रहा है। टीकाकरण केन्द्रों से रोजाना ही टीके वापस डीप फ्रीजर में रखे जा रहे हैं। टीके की पूरी खपत एक दिन भी नहीं हो पा रही है।


9 केन्द्रों में लग रहा टीका


सोमवार से टीकाकरण जिले के सभी सीएचसी में भी शुरू कर दी गई है। वर्तमान में नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर जशपुर व सिविल अस्पताल पत्थलगांव के अलावा सीएचसी कुनकुरी, कांसाबेल, दुलदुला, फरसाबहार, मनोरा, बगीचा, कांसाबेल, लोदाम में भी टीका लगाया जा रहा है। सर्विलेंस आफिसर डॉ आरएस पैकरा ने बताया कि टीकाकरण केन्द्र बढ़ चुके हैं। अब टीकाकरण में तेजी आने की उम्मीद है, क्योंकि पूर्व में सिर्फ तीन केन्द्रों में टीकाकरण होने के कारण दूर-दराज के हेल्थ वर्कर टीका लगवाने के लिए नहीं पहुंच पा रहे थे।

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