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Chhattisgarh: बंदूक पर भारी पड़ेगा बच्चों का बस्ता, सरकार की पहल से 45 गांवों में बदलती तस्वीर
- न्यूज़
- Saturday | 15th June, 2024
45 गांवों में खुलेंगे स्कूल बीजापुर में अब तक सात हजार से अधिक बच्चे मिले हैं जो कि पढ़ने नहीं जाते हैं।
दंतेवाड़ा में सात और सुकमा में पांच समेत कुल 45 गांवों में स्कूल-आश्रम व छात्रावास खुलने जा रहे हैं।
अभी तक जिन इलाकों में स्कूल नहीं थे वहां के बच्चों को प्रशासन अभिभावकों की मदद से आवासीय विद्यालयों में शिक्षा की व्यवस्था करता रहा है। इन बच्चों को विकासखंड और जिला मुख्यालयों में स्थित पोर्टा केबिन, आवासीय विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल, आवासीय विद्यालय, प्रयास आवासीय विद्यालय, एकलव्य आावासीय विद्यालय आश्रमों में रखकर शिक्षा दिलवाई जा रही थी। सरकार की पहल से बदली तस्वीर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार में नक्सल क्षेत्र में सुरक्षा कैंप बढ़ाए जा रहे हैं और यहां बंद स्कूलों को बहाल किया जा रहा है।
इनमें कुछ स्कूल ऐसे हैं जो कि वर्ष 2004-05 में सलवा जुडूम आंदोलन के दौरान नक्सली हिंसा के चलते बंद हो गए थे।
अबकी बार इन गांवों के स्कूलों में ककहरा गूंजेगा। प्रदेश में 18 जून को प्रवेश उत्सव है, इस उत्सव में बंदूक पर बच्चों का बस्ता भारी पड़ने वाला है।
दंतेवाड़ा जिले में छात्रावास खुलेगा।
इनमें कुछ ऐसे गांव हैं जहां आज तक नक्सलियों का गढ़ होने के कारण प्रशासन नहीं पहुंच पाया था।
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