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माओवादियों का अंतिम अभेद्य किला भी ध्वस्त, सुरक्षा बलों ने कुर्रगुटालु पहाड़ पर जमाया कब्जा
- न्यूज़
- Thursday | 15th May, 2025
सुरक्षा बलों पर अधिकांश हमले यहां से बने हथियारों से ही होते थे।
यहां लगभग 400 माओवादियों के ठहरने और ट्रेनिंग की व्यवस्था थी।
इनके लिए दो साल के खाने के लिए अनाज का स्टाक भी रखा था।
अपने हेडक्वार्टर को अभेद्य बनाने के लिए नक्सलियों ने पहाड़ के चारों ओर बड़ी संख्या में आइईडी लगा रखा था। 31 माओवादियों के शव बरामद अभी तक 450 आइईडी को नाकाम किया जा चुका है और पहाड़ को पूरी तरह से आइईडी मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है।
लगभग तीन हफ्ते तक चले ऑपरेशन के बाद भले ही केवल 31 माओवादियों के शव बरामद हुए हों, लेकिन उसका असर काफी दूरगामी और व्यापक होगा। सीआरपीएफ के महानिदेशक जीपी सिंह के अनुसार आपरेशन के बाद माओवादियों की सबसे मजबूत मानी जाने वाली बटालियन नंबर एक पूरी तरह से छिन्न-भिन्न हो गई है और उसके कैडर छोटी-छोटी टुकडि़यों में भागने को मजबूर हो गए हैं। भागे हुए माओवादियों और उनके नेताओं की तलाश जारी माओवादियों के बड़े-बड़े नेता भी बचने के लिए अलग-अलग ठिकानों पर पहुंच गए हैं।
अब उनके पास नई योजना बनाने के लिए एकजगह इकट्ठा होने की कोई सुरक्षित जगह नहीं बची है।
भागे हुए माओवादियों और उनके नेताओं की तलाश जारी है। जीपी सिंह ने साफ किया कि माओवादियों के पास आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है, ऐसा नहीं करने पर निश्चित रूप से उन्हें मार गिराया जाएगा। ऑपरेशन ब्लैक फारेस्ट में शीर्ष माओवादी नेता मारे गए छत्तीसगढ़ के डीजीपी एडी सिंह ने कहा कि ऑपरेशन ब्लैक फारेस्ट में शीर्ष माओवादी नेता या तो मारे गए या घायल हैं।
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