बिहार के बाद झारखंड में चढ़ा सियासी पारा, चुनाव आयोग ले सकता है अहम फैसला

न छूटें एक भी मतदाता उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण के क्रम में एक भी मतदाता छूटे नहीं, इसके लिए बीएलए एवं बीएलओ आपस में समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें।

मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के चयनित बीएलए को शर्तों के साथ मतदाताओं के फॉर्म जमा करने, मतदाता सूची के प्रारूप की कॉपी प्राप्त करने आदि कई अधिकार भी दिए गए हैं।

मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने तथा एक भी मतदाता छूटे नहीं, इस ध्येय को पूरा करने के लिए बीएलओ की भूमिका के साथ-साथ बीएलए की भी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता सहित मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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