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Jharkhand: सरकारी स्कूलों के बच्चे अब जानेंगे AI और साइबर सिक्युरिटी की बारीकियां, अप्वाइंट होंगे टीचर
- न्यूज़
- Friday | 16th May, 2025
कुल सृजित पदों में 80 प्रतिशत पदों पर सीधी नियुक्ति होगी, जबकि 20 प्रतिशत पद आवश्यक अर्हता रखने वाले मध्य एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालयों में कार्यरत सहायक आचार्य के लिए आरक्षित होंगे।
इसके लिए न्यूनतम पांच वर्ष का अनुभव अनिवार्य होगा। हालांकि, नियुक्ति नियमावली में यह भी प्रविधान किया गया है कि माध्यमिक आचार्य के पद पर नियुक्ति के लिए सहायक आचार्य नहीं मिलने पर उन आरक्षित पदों को भी सीधी नियुक्ति से भरा जाएगा।नए कैडर के सृजन से यह स्पष्ट हो गया है कि अब माध्यमिक और प्लस टू उच्च विद्यालयों में क्रमश: स्नातक और स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होगी।दूसरी तरफ, माध्यमिक विद्यालयों में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं जैसे उड़िया, खोरठा, पंचपरगनिया, नागपुरी, कुरमाली, कुड़ुख, हो, मुंडारी, बांग्ला, संताली, उर्दू के अलावा अन्य विषयों में अप्लाइड इंग्लिश, भूगर्भशास्त्र, गृह विज्ञान, दर्शनशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, समाजशास्त्र आदि विषयों में भी शिक्षकों के पद सृजित किए जाएंगे। माध्यमिक आचार्य से भरे जाएंगे प्रधानाचार्य के 50 प्रतिशत पदप्रधानाचार्य के 50 प्रतिशत पद माध्यमिक विद्यालयों (कक्षा 9 से 12) में कार्यरत माध्यमिक आचार्य की प्रोन्नति से भरे जाएंगे।
शेष 50 प्रतिशत पदों पर सीधी नियुक्ति झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से होगी।
आयोग इसे लेकर प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन करेगा। 500 अंकों की होगी प्रतियोगिता परीक्षामाध्यमिक आचार्य के पदों पर होने वाली नियुक्ति के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा दो पत्रों की होगी।
पहले पत्र में 100 अंकों के सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनमें कंप्यूटर संचालन के भी प्रश्न सम्मिलित होंगे। इसी पत्र में 100 अंकों के हिंदी एवं अंग्रेजी के भी प्रश्न होंगे।
दूसरा पत्र संबंधित विषय का होगा जिसमें 300 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे।
मेधा का निर्धारण दूसरे प्रश्न पत्र के अंकों के आधार पर होगा। ।
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