- होम >>
गढ़वा में जल्द दूर होगी बालू की किल्लत, घाटों को निजी हाथों में सौंपने की शुरू हुई कवायद
- न्यूज़
- Sunday | 8th June, 2025
जिससे लोगों को बालू की भारी किल्लत झेलनी पड़ी है।
यहां तक कि जिन बालू घाटों के संचालन बंद है वहां से भी अवैध बालू का उठाव जारी रहा।
यानी जेएसएमडीसी द्वारा सभी बालू घाटों को संचालन नहीं किए जाने से अवैध कारोबार को बढ़ावा मिलता रहा है। साथ ही लोग महंगे दामों में बालू खरीदने को विवश रहे हैं।
सभी बालू घाटों के खुलने से लोगों की परेशानी दूर होगी तथा लोगों को सुलभ तरीके से बालू मिल सकेगा। कैटेगरी दो बालू घाटों की होगी बंदोबस्तीजिले में कुल 18 बालू घाट कैटेगरी दो में आते हैं।
जिनकी बंदोबस्ती निजी हाथों में सौंपी जाएगी।
जो बालू घाट बंदोबस्त किए जाएंगे उनमें सोन नदी के गाड़ा, सुंडीपुर बालू घाट, बलियारी, गाड़ा खुर्द, डुमरसोता, भवनाथपुर, कोशडेहरा, केतार, लोहरगाड़ा, मेरौनी, छेरहट, हरिहरपुर, परती कुशवानी, मुनमुन, गंमहरिया, चंदी, बीजडीह, पिपरा, खरौंधी, चंदना, खोखा, घुरवा, नार्थ कोयल के जयनगरा, कोरगांई, मुखापी, राणाडीह, सोहगारा, भंडरिया, मोरबे, खरसोता, बुडीखांड, मझिआंव कला, बकोईया, छेरियाहा, आमर, बाजूडीह, अटौला, पतसी, दरमी आदि के नाम शामिल है। सरकार के निर्देश के आलोक में बालू घाटों की बंदोबस्ती होगी।
जिसके माध्यम से निजी तौर पर लोग बालू की बंदोबस्ती ले सकेंगे।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.






डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।