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अदालत के आदेश पर 28 साल बाद पीतल की तोप का सफल परीक्षण, भगवान रणछोड़जी मंदिर की परंपरा से जुड़ा है यह मामला
- न्यूज़
- Sunday | 28th January, 2024
पीटीआई, वडोदरा।
वडोदरा में पीतल की पुरानी तोप का 28 साल बाद अदालत के आदेश के तहत सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।
दीपावली के अवसर पर भगवान रणछोड़जी की वार्षिक शोभा यात्रा के दौरान इस तोप का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन यह परंपरा 1996 के बाद दुर्घटना के कारण बंद हो गई।
इस परंपरा को बहाल करने के लिए मंदिर के पुजारी ने याचिका दायर की है।
याचिका में तोप के उपयोग की अनुमति मांगी गई है।
मामले में कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किए गए वरिष्ठ वकील कौशिक भट्ट ने कहा,"भगवान रणछोड़जी महाराज मंदिर के पुजारी ने प्रतिबंध हटाने के लिए अदालत का रुख किया है।" पुलिस और वकील की मौजूदगी में तोप का परीक्षण किया गया सुनवाई के दौरान वरिष्ठ सिविल जज एआर पटेल की अदालत ने अधिकारियों को फोरेंसिक अधिकारियों, पुलिस और एक वरिष्ठ वकील की मौजूदगी में तोप का परीक्षण करने का निर्देश दिया था ताकि यह साबित किया जा सके कि यह उपयोग के लिए सुरक्षित है या नहीं।
शनिवार को वडोदरा के नवलखी मैदान में गोला-बारूद भरकर तोप रखी गई थी।
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