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BHU में पीएचडी प्रवेश में अनियमितता पर कमेटी गठित, जांच शुरू होने में देर
- न्यूज़
- Thursday | 22nd May, 2025
विवि प्रशासन ने तय तिथि से दो दिन पहले ही प्रवेश काउंटर बंद कर दिया था।
मेरिट लिस्ट के अनुसार प्रवेश और अभ्यर्थियों को काल करने की सुविधा पर रोक लगा दी गई।
इस तरह करीब 944 अभ्यर्थियों को दाखिला मिला जबकि 1466 सीटें निर्धारित की गईं थी।
522 सीटें खाली रह गईं। पीएचडी प्रवेश का हाल 1466 कुल सीट 944 को प्रवेश मिला 475 छात्र 469 छात्राएं श्रेणी वार प्रवेश स्थिति 432 सामान्य एवं ईडब्ल्यूएस श्रेणी 353 पिछड़ा वर्ग 120 अनुसूचित जाति 39 अनुसूचित जनजाति परीक्षा नियंता कार्यालय और विभागों की रही जिम्मेदारीपीएचडी में अनियमितता की जिम्मेदारी परीक्षा नियंता कार्यालय और विभागों की रही।
कई विभाग मनमानी पर उतर आए थे।
नियमों को दरकिनार करते हुए अपने चहेतों को प्रवेश दे दिया, इसका खामियाजा योग्य उम्मीदवारों को भुगतान पड़ा।
अधिकांश अभ्यर्थी दूसरे विश्वविद्यालयों में प्रवेश ले लिया जबकि कुछ अभ्यर्थियों ने गडबड़ी के खिलाफ आंदोलन की राह चुनी। हिन्दी विभाग, सोशल साइंस, रिसर्च सेंटर फार सोशल इन्क्लूजन और एंशियन हिस्ट्री समेत कई विभागों में मनमानी के चलते समूचा विवि शर्मसार हुआ।
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