- होम >>
Cyber Crime: साइबर अपराधियों को गढ़ बन रहा बनारस, फर्जी कंपनी का खुलासा
- न्यूज़
- Saturday | 31st May, 2025
ठगी करने वाले उत्तराखंड के देहरादून निवासी अंकित भारद्वाज को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था।
उसने वाराणसी के लोहता के धमरिया निवासी अली हुसैन और शकील अहमद की मदद से एक महीने में जमानत हासिल कर लिया।
अंकित भारद्वाज ने जमानतदारों को रुपयों की लालच देकर धमरिया के सुहेल (25 वर्ष) की मदद से जमानतदारों का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अदालत में जमानत के लिए प्रस्तुत किया। वाराणसी में सब मिल जाता है आसानी से साइबर ठगों के वाराणसी को गढ़ बनाने की बड़ी वजह यह है कि यहां उन्हें सब कुछ आसानी से मिल जाता है।
गिरोह के लिए जरूरी पढ़े-लिखे युवक मिल जाते हैं।
गिरोह के सदस्य आसपास के गांवों, जिलों में जाकर लोगों को तरह-तरह से बरगलाकर फर्जी सिम कार्ड और बैंक खाता हासिल कर लेते हैं।यहां देश-दुनिया से आने वाले लोगों को बीच उन्हें छुपने के लिए ठिकाना आसानी से मिल जाता है।
देश के हर हिस्से से यहां तक आने-जाने का इंतजाम मिल जाता है।
बिहार में बड़ी संख्या में साइबर ठगों का गिरोह सक्रिय है।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।






डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।