- होम >>
IIT BHU : कचरे से प्रति घंटे 400 वॉट बिजली का होगा उत्पादन, IIT बीएचयू के इंजीनियरों ने `माइक्रोबियल फ्यूल सेल` किया तैयार
- न्यूज़
- Sunday | 19th May, 2024
हर तरह का कचरे को बिजली में बदलने में समर्थ एक किलोग्राम अपशिष्ट पदार्थ में इस बैक्टीरिया का इस्तेमाल करने से 400 वाट (0.4 किलोवाट घंटा प्रति किलोग्राम) प्रति घंटा बिजली का उत्पादन किया जा सकता है।
आइआइटी बीएचयू के रासायनिक इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. आरएस सिंह ने बताया कि लैब में इलेक्ट्रोजन बैक्टीरिया हर तरह का कचरे को बिजली में बदलने में समर्थ है।
उत्पादित बिजली को स्टोर करने के लिए माइक्रोबियल फ्यूल सेल (एमएफसी) का माडल तैयार किया गया है। सेल बनाने में 50 प्रतिशत खर्च प्रोटान एक्सचेंज मेंब्रेन पर होता है।
संस्थान के मटेरियल साइंस विभाग के डा. चंदन उपाध्याय की मदद से सस्ता मेंब्रेन भी विकसित किया गया है।
इसकी कीमत बाजार में उपलब्ध मेंब्रेन से 17 गुना कम है और सिर्फ 300 रुपये में सेल तैयार किया गया है। भविष्य में माइक्रोबियल फ्यूल सेल को सामान्य बैट्री में उपयोग किया जा सकता है।
फ्यूल सेल कहीं भी स्थापित किया जा सकता है।
घर में ही अपशिष्ट का उपयोग कर ऊर्जा प्राप्त होगी।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।






डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।