Suicide: BHU में केवी के छात्र ने आधी रात को लगायी फांसी, शिक्षकों व वाइस प्रिंसिपल ने किया था अपमानित

- बीएचयू केवी के छात्र ने फांसी लगाकर दी जान।
- स्कूल के वाइस प्रिंसिपल ने छात्र को किया था अपमानित।
- परिजनों ने की स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई की मांग।
वाराणसी. केंद्रीय विद्यालय बीएचयू के 9वीं के छात्र मयंक यादव (15) ने बीती रात फांसी लगाकर जा दे दी। रात करीब डेढ़ बजे मां मुन्नी ने फंदे से लटका शव देखा तो घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पहुंचे बीएचयू चौकी प्रभारी धीरेंद्र कुमार सिंह ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
चौकी प्रभारी बीएचयू ने बताया कि मौके से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें खुदकुशी के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। मयंक की मौत से सीरगोवर्धनपुर निवासी पिता संतोष यादव, मां मुन्नी और बड़ी बहन तनीषा समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
माता-पिता की बेइज्जती से आहत था मयंक
ये भी पढ़े : युवती ने अश्लील वीडियो चैट कर बनाया एमएमएस, सोशल मीडिया पर वायरल करने की दी धमकी, मांगे 20 हजार रुपये
परिजनों ने बताया कि 10 दिन पूर्व मयंक गलती से मोबाइल लेकर स्कूल चला गया था। आरोप है कि क्लास में मोबाइल पकड़े जाने के कारण शिक्षकों और वाइस प्रिंसिपल ने अपमानित किया। एक सप्ताह के लिए क्लास से सस्पेंड कर दिया गया। मामले में वाइस प्रिंसिपल ने बीते सोमवार को मयंक के माता-पिता को फोन कर खूब सनाया था। माता-पिता जब स्कूल गए तो अपमानित किया गया। मोबाइल ले जाने के कारण माता-पिता की बेइज्जती करने से मयंक काफी आहत था।
परिजनों ने की स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई की मांग
परिजनों के मुताबिक, मयंक ने इसी तनाव के कारण मौत को गले लगा लिया। उन्होंने पुलिस से प्रकरण में उचित कार्रवाई की मांग की है। रोज की भांति रविवार रात भी सोन से पहले मयंक ने पिता पैर दबाया था। इसके बाद बहन से बोला कि तुम सो जाना अभी हम जागेंगे। सब लोग खाना खाने के बाद सो गए।
इस दौरान रात में 11 से एक बजे के बीच में मयंक दीवार पर लगे रॉड में नारियल की रस्सी के सहारे फंदा बनाकर झूल गया। रात के करीब डेढ़ बजे मुन्नी की नींद खुलने पर घटना की जानकारी हुई। सीरगोवर्धनपुर निवासी संतोष यादव बीएचयू कृषि संस्थान में नौकरी करते हैं। उनकी बड़ी बेटी तनीषा भी बीएचयू केवी में 10वीं कक्षा की छात्रा है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।