पीएम मोदी के बेहद भरोसेमंद हैं वाराणसी के डीएम, ढ़ाई साल से संभाल रहे हैं वाराणसी की कमान

संक्षेप:

  • आईएएस शर्मा पीएम के बेहद करीबी माने जाते है।
  • पिछले ढ़ाई साल से वाराणसी के हैं डीएम।
  • आधी रात को रोका गया शर्मा का ट्रांसफर।

वाराणसी. वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा सुर्खियों में हैं। एक दिन पहले उन्हें प्रयागराज का मंडलायुक्त बनाया गया। मगर, शुक्रवार रात शासन ने नया आदेश जारी कर कहा है कि आईएएस कौशलराज शर्मा का तबादला जनहित में निरस्त कर दिया गया है। वह वाराणसी के जिलाधिकारी बने रहेंगे। बताया जा रहा है कि वाराणसी में चल रहीं बड़ी परियोजनाओं के अलावा आगामी निकाय चुनाव की वजह से कौशलराज शर्मा का तबादला रोका गया है।

पीएम मोदी के करीबी बताए जाते हैं आईएएस शर्मा

वाराणसी डीएम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी और बेहद भरोसेमंद अफसर माना जाता है। वह करीब ढाई साल वाराणसी के डीएम पद पर तैनात हैं। बेहद शांत स्वभाव के कौशल राज शर्मा काम में काफी तेज-तर्रार माने जाते हैं। बनारस से पहले वह प्रयागराज, कानपुर जैसे बड़े जिलों में डीएम रह चुके हैं। वाराणसी जिलाधिकारी के रूप में लोकसभा चुनाव में कामकाज और पीएम स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में उन्हें सम्मान भी मिला।

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2019 से संभाल रहे हैं वाराणसी की कमान

वाराणसी के जिलाधिकारी के रूप में कौशलराज शर्मा ने नवम्बर, 2019 में कार्यभार संभाला था और उसके ठीक बाद ही नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन के लागू होने से शहर में सांप्रदायिक सौहार्द के बिगड़ने का खतरा था। मगर, बेहद सूझबूझ के साथ ही कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पहली सफलता पाई और शहर में अमन चैन कायम रहा। कौशलराज शर्मा ने कानून व्यवस्था के अनुपालन में कभी सख्ती तो कभी नरमी से अभी का दिल जीत लिया। कमिश्नरेट घोषित होने के बाद भी शहर के कानून व्यवस्था पर स्वयं मुस्तेदी के साथ खड़े रहे।

हरियाणा के रहने वाले हैं आईएएस कौशल राज शर्मा

कौशल मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्म पांच अगस्त 1978 को हुआ है। कौशल राज शर्मा ने 2006 में आईएएस की परीक्षा पास की और यूपी कैडर में शामिल हुए। इसके पहले इन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग से एमटेक और फिर एमए पब्लिक पॉलिसी की पढ़ाई की है।

लॉकडाउन में काशीवासियों की सेवा करना परमसंतोष का कारण

मार्च/अप्रैल 2020 में कोरोना संक्रमण के दौरान जीवन और मृत्यु के बीच चले संघर्ष में उनका प्रयास काफी चर्चा में रहा। इसके अलावा लोकसभा, विधानसभा, विधान परिषद व पंचायत के चुनाव को भी कुशलता के साथ निपटाया। स्मार्ट सिटी के विकास के स्वर्णिम कार्यों में अपना शत प्रतिशत योगदान दिया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा भी मानते हैं कि कोविड बचाव के लिए बेहतर प्रबंधन, मरीजों के इलाज के सदैव तत्परता, लॉकडाउन की निगरानी के साथ ही हर जरूरतमंद तक भोजन से लेकर दवा पहुंचाने के साथ काशीवासियों की सेवा ही सबसे परमसंतोष का काम था।

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