Varanasi Ghats Renovation: बाढ़ से प्रभावित नहीं होगा हरिश्चंद्र घाट का पुनर्विकास, रिटेनिंग वाल बनेगा ढाल

शव स्थल तक कभी नहीं आएगा पानी बाढ़ को देखते हुए हरिश्चंद्र घाट का निर्माण सड़क मार्ग से 1.8 मीटर ऊपर रखा गया है।

सीढ़ियां भले ही डूब जाएंगी पर हरिश्चंद्र घाट के शव स्थल तक पानी आसानी से नहीं पहुंच सकेगा।

दाह संस्कार के अलावा घाट पर ही पंजीकरण कक्ष, सामुदायिक वेटिंग एरिया, हाल, सामुदायिक शौचालय, रैंप, स्टोर रूम, कोर्ट यार्ड, सर्विस एरिया, अपशिष्ट संग्रह की व्यवस्था, सड़़क आदि निर्माण होने हैं। हरिश्चंद्र घाट  जिंदल ग्रुप सीएसआर फंड का 19.60 करोड़ कर रहा खर्च  13,250 वर्ग फीट क्षेत्र में होना है हरिश्चंद्र घाट का पुनर्विकास सड़क मार्ग से 1.8 मीटर ऊपर शवदाह स्थल, कवर्ड एरिया में जलेंगे शव जिंदल ग्रुप सीएसआर फंड से निर्माण पर कुल खर्च करेगा 19.60 करोड़ रुपये कार्यदायी संस्था ब्रिजटेक इंफ्राविज़न प्राइवेट लिमिटेड, नगर निगम के जिम्मे पर्यवक्षेण डिजाइनर एडिफाइस(मुंबई) मणिकर्णिका घाट एक हाल में पत्थरों से बने 32 शवदाह गृह (क्रेमाटोरियम)  ऊर्जा गैस इक्विपमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी लगाएगी चिमनी  मणिकर्णिका कुंड, रत्नरेश्वर महादेव मंदिर भी संवरेगा।   पर्यटकों के लिए अलग से विजिटर मार्ग होगा।   भूतल पर पंजीकरण कक्ष, लकड़ी भंडारण क्षेत्र, प्रतीक्षा कक्ष  दो सामुदायिक शौचालय, हरित क्षेत्र भी होगा डेवलप  रूपा फाउंडेशन के सीएसआर फंड का खर्च होगा 18.90करोड़ भू-तल का कुल क्षेत्रफल 29.350 वर्ग फीट दाह संस्कार का क्षेत्रफल 12,250 वर्गफीट प्रथम तल कुल क्षेत्रफल 20, 200 वर्गफीट कार्यदायी संस्था बीआइपीएल हरिश्चंद्र व मणिकर्णिका घाट का निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था को समय से व गुणवत्ता के साथ कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए गए है।

हिदायत दी गई है कि इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न हो।

-सत्येंद्र कुमार, जिलाधिकारी। ।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।