Varanasi News: शिशु की मृत्यु की वजह तलाशेगा BHU, फीटल आटोप्सी सुविधा शीघ्र

भ्रूण चिकित्सा के नवीनतम अनुसंधान की साझा की जानकारी आइएमएस बीएचयू के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की तरफ से आब्स्टेट्रिक एंड गायनेकोलाजिकल सोसाइटी के सहयोग से केएन उडुप्पा सभागार में फीटल मेडिसिन पर सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम आयोजित हुआ।

भ्रूण चिकित्सा के नवीनतम अनुसंधानों, तकनीकी प्रगति और उपचार विधियों की जानकारी साझा की गई।एम्स दिल्ली की प्रो. अपर्णा शर्मा ने एंटेनैटल स्क्रीनिंग के महत्व पर प्रकाश डाला, जो गर्भावस्था के दौरान मां और भ्रूण की समयपूर्व जांच और देखभाल को बेहतर बनाने में सहायक होती है।

डा. मंदाकिनी ने खराब प्रसूति इतिहास वाली महिलाओं के लिए उपलब्ध जेनेटिक जांचों की चर्चा की, जिनसे बार-बार गर्भपात जैसी समस्याओं की रोकथाम संभव है। प्रो. रायना सिंह, प्रो. अनुराधा और प्रो. संगीता ने जानकारी साझा की।

प्रो. ईशान, डा. रश्मि, डा. उषा, डा. दिव्या, डा. ऋतु एवं प्रो. शिखा ने पैनल में भ्रूण चिकित्सा से संबंधित जटिल मामलों, नैतिक प्रश्नों और क्लिनिकल निर्णयों पर चर्चा की।

इस अवसर पर प्रो. मंजरी, प्रो. नीलम, प्रो. मधु, प्रो. लवीना, प्रो. उमा पांडेय व प्रो. ममता आदि मौजूद रहीं। ।

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