निपाह के बाद अब इस नए वायरस ने किया लोगों पर अटैक

संक्षेप:

  • गर्मी और उमस में `गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल` ग्रुप ऑफ वायरस
  • पेट में संक्रमण करने वाले वायरस होता है गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल
  • संक्रमण से पेट में सूजन, दर्द, डायरिया, उल्टी के साथ तेज बुखार जैसी शिकायतें

मई की गला देने वाली गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। इस चिलचिलाती गर्मी में लोगों को कई गंभीर बिमारियों से जूझना पड़ता है। ऐसे में खास ख्याल रखना पड़ता है खाने-पीने का दरअसल गर्मी और उमस में `गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल` ग्रुप ऑफ वायरस जोकि पेट में संक्रमण करने वाले वायरस होता है वो सक्रिय हो गए हैं और इसके कारण इनके संक्रमण से पेट में सूजन, दर्द, डायरिया, उल्टी के साथ तेज बुखार जैसी शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। बिमारी की शिकायतों के बढ़ते मरीज सरकारी और निजी क्लीनिक पर पहुंच रहे हैं। ऐसे में लोगों को निपाह वायरस का भी डर सता रहा है। बुखार के मरीज निपाह वायरस से भी डरे हुए हैं।

डर इस कदर है की मरीज डॉक्टरों से निपाह वायरस से बचने के उपाय पूछ रहे हैं। दरअसल 45 डिग्री सेल्सियस तक पारा पहुंचने के साथ दूषित खाद्य पदार्थो से `गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल` वायरस का संक्रमण होने लगा है। हेपेटोट्रॉपिक वायरस (वायरल हेपेटाइटिस) पेट में पहुंचते ही पेट दर्द से लेकर लिवर में संक्रमण तक कर रहे हैं। इससे तेज बुखार आ रहा है। इस मौसम में बच्चों में रोटा वायरस का संक्रमण देखने को मिल रहा है। वायरल बुखार भी तीन से पांच दिन में सही नहीं हो रहा है, इस बार बुखार सात से 10 दिन तक चल रहा है।

वहीं विशेषज्ञों की मानें तो यह वायरस शॉर्ट पीरियड के लिए रहता है। दक्षिण भारत से निपाह वायरस संक्रमित मरीज के यहां आने पर ही बीमारी फैलने का खतरा है। मगर, वायरस के संक्रमण के तीन से 14 वे दिन के अंदर गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं, ऐसे मरीज ज्यादा दूर ट्रेवल नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही फलों से बीमारी फैलने के संदेश भी चल रहे हैं, फल किसी पक्षी के द्वारा खाए हुए हैं तो उनका सेवन नहीं करना चाहिए।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


वायरस संक्रमण से बचने के लिए ये करें

बाजार के खाद्य पदार्थ, जूस, कटे हुए फल और बासी खाना ना खाएं।

- खाली पेट घर से ना निकले, इससे धूप में जाने पर चक्कर आ सकते हैं।

- घर से बाहर निकलते समय पानी का खूब सेवन करें, दूषित पानी, कोल्ड ड्रिंक का सेवन ना करें। वायरल फीवर और डायरिया में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, इसके लिए एंटी वायरल नहीं हैं। ऐसे में तरल पदार्थ का अधिक से अधिक सेवन और आराम करना चाहिए।

 

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य आगरा की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles