आगरा से सामने आई शर्मनाक रिपोर्ट, 90 दिनों के अंदर हुए इतने रेप

संक्षेप:

  • सबसे ज्यादा घटनाएं अलीगढ़ में 27 हुई जबकि दूसरे नंबर पर मथुरा
  • 90 दिन के अंदर 129 मामले रेप के दर्ज किए जा चुके हैं
  • यह रिपोर्ट शासन को भेजी गई है

बढ़ते रेप की घटनाओं पर लगाम कब लगेगा इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं। हालांकि खोखले वादे और झूठा आश्वासन देना नेताओं के लिए आसान हो गया है। लेकिन मासूमों के साथ रेप और हत्या के मामलों पर विराम लगता नज़र नहीं आ रहा है। आगरा में निकली एक रिपोर्ट के मुताबिक आगरा जोन में 90 दिन के अंदर 129 मामले रेप के दर्ज किए जा चुके हैं। यह रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। सबसे ज्यादा घटनाएं अलीगढ़ में 27 हुई जबकि दूसरे नंबर पर मथुरा है, जहां 26 केस हुए हैं।

आपतो बता दें, यह रिपोर्ट इसी साल जनवरी से मार्च तक की है। इनमें ज्यादातर केस ऐसे हैं जिनमें नाबालिग बच्चियों और किशोरियों को हवस का शिकार बनाया गया। इस रिपोर्ट के बाद की स्थिति पर गौर किया जाए तो मामले रुके नहीं हैं बल्कि और बढ़े हैं। अप्रैल में एटा में ही दो घटनाएं हो चुकी हैं। दोनों में बच्चियों की हत्या भी कर दी गई।

रिपोर्ट के मुताबिक रेप की इन 129 घटनाओं में 260 आरोपी नामजद कराए गए थे। पुलिस की जांच 205 पाए गए। 22 को क्लीन चिट मिली। 205 में से  140 को पुलिस ने गिरफ्तार किया। 10 आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर किया। 55 अभी भी फरार चल रहे हैं। वहीं आगरा के एत्मादपुर में पिता ने रेप के बाद बच्ची की हत्या कर दी थी। दूसरे मामले में गत 16 मार्च को आगरा कॉलेज के पास बच्ची की रेप के बाद हत्या की गई। आरोपी एलएलबी का छात्र अमित उर्फ ठाकुर निकला। 

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वहीं इस रिपोर्ट पर एडीजी जोन अजय आनंद का कहना है कि महिला संबंधी अपराधों पर पुलिस को और तेजी दिखाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। फरार आरोपियों को अभियान चलाकर पकड़ा जा रहा है। सीनियर अधिकारियों को मौके पर जाने का निर्देश दिया गया है। सिर्फ आगरा की ही बात क्यों की जाए पूरे यूपी में मासूम बच्चियों को हवस का शिकार बनाया जा रहा है और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ बातें। हालात अब और भी बिगड़ते ही जा रहे हैं बच्चियां सिर्फ घर के बाहर ही नहीं घर के अंदर भी सुरक्षित नहीं हैं।  

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