रोटोमैक कंपनी का मालिक विक्रम कोठारी देहरादून में करना चाहता था ये काम

संक्षेप:

  • रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी के बारे में एक और खुलासा
  • हैरानी में पड़ी जांच ऐजेसियां
  • कोठारी की संपत्तियों की 30 को लगेगी बोली

रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी के बारे में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल विक्रम कोठारी देहरादून में प्रॉपर्टी किंग बनना चाहते थे। बीते कुछ वर्षों में उन्होंने देहरादून में न केवल प्रॉपर्टी खरीदीं बल्कि कई बड़े ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में करोड़ों रुपये का दांव भी खेला है।

हालांकि अब यह प्रॉपर्टी नीलाम होने जा रही हैं। कोठारी ने कई हाउसिंग प्रोजेक्ट में निवेश किया है। जांच एजेंसियों की पड़ताल में भी यह बात सामने आई है कि कोठारी ने दून के हाउसिंग प्रोजेक्ट में अच्छी रकम का निवेश किया है।

बताया जा रहा है कि कोठारी ने सहस्रधारा रोड के अलावा झाझरा के साथ ही शिमला बाईपास पर स्थित हाउसिंग प्रोजेक्ट में सीधे हिस्सेदारी है। इसके अलावा मक्कावाला, बगरयिाल गांव स्थित एक ग्रुप हाउसिंग, खैरी मानसिंह और झाझरा स्थित ग्रुप हाउसिंग स्कीमों में कोठारी की कंपनी का पैसा लगा हुआ है। बीते कुछ वर्षों में कोठारी ने अपनी कंपनी से पैसे का देहरादून में निवेश किया है। नीलामी के दौरान अभी तक चिन्ह्ति हुई सभी प्रॉपर्टी का पर्दाफाश होगा।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई के शिकंजे में फंसे उद्योगपति विक्रम कोठारी की संपत्तियों की नीलामी प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में यूनियन बैंक का करीब 464 करोड़ रुपये का कर्ज न चुकाने पर बैंक के पास बंधक देहरादून और उसके आसपास की संपत्तियों की नीलामी होगी। बोली लगाने के लिए 30 मई को दोपहर 11 से 12 बजे का समय निर्धारित किया गया है।

यूनियन बैंक करीब नौ महीना पहले उनकी 21 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल वाली संपत्तियां जब्त कर चुका है। बैंक ने इन संपत्तियों की बोली के लिए 463 करोड़ 95 लाख रुपये कीमत तय की है। 21 फरवरी को कोठारी की गिरफ्तारी के बाद बकाया कर्ज की वसूली की संभावनाएं पूरी तरह खत्म होने के बाद बैंकों ने उन्हें और अधिक मोहलत दिए जाने से इनकार कर दिया था।

इस पर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने बैंक के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल सीए अनिल गोयल को कोठारी की संपत्तियों की नीलामी की जिम्मेदारी सौंपी थी। सीए अनिल गोयल एक महीने से संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया में लगे थे। शनिवार को उन्होंने यूनियन बैंक में बंधक संपत्तियों की नीलामी की घोषणा कराई।

यूनियन बैंक देहरादून में जिन संपत्तियों की नीलामी करा रहा है, उनमें पार्टनर के तौर पर शहर के बिल्डर विश्वनाथ गुप्ता का भी नाम है। वे कोठारी की कंपनी रियलिटी रोटोमैक के पार्टनर बताए गए हैं। इसके अलावा जामनगर, गुजरात निवासी जुमाभाई हुसैन पतानी भी पार्टनर हैं। 464 करोड़ रुपये के कर्ज के एवज में तीनों की मिलीजुली संपत्तियां बंधक हैं।

इन्टास फार्मा के पीछे, सेलाकुई और दून, मौजा-धोरनखास, परवा दून- देहरादून में जमीन, फार्म हाउस आदि। इस पर मालिकाना हक विक्रम कोठारी की कंपनी मैसर्स रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड और बिल्डर विश्वनाथ गुप्ता की कंपनी मैसर्स डॉलफिन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड का संयुक्त रूप से है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Dehradunकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles