आम आदमी के लिए बुरी खबर, सफर हुआ महंगा

संक्षेप:

  • आम आदमी का सफर हुआ महंगा
  • अब देना होगा इतना किराया
  • स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ने दी मंजूरी

देहरादून: आम आदमी के लिए एक बुरी खबर है। दरअसल महंगाई की मार झेल रही जनता को अब प्राइवेट गाड़ी से सफर तय करने के लिए अपनी जेब और ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। आम आदमी को प्रदेश के सभी निजी और व्यावसायिक वाहनों को अब 15 प्रतिशत ज्यादा किराया देना होगा।

निजी वाहने के इस बढ़े हुए किराये को एसटीए (स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी) ने मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही एसटीए ने सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें परिवहन की गाड़ियों का किराया बढ़ाने की भी अनुमति मांगी गई है। दरअसल, परिवहन आयुक्त शैलेश बगोली की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई एसटीए की बैठक में किराया बढ़ाने पर मुहर लगी। सचिव एसटीए सुनीता सिंह ने नये किराये सूची भी जारी कर दी है। इसके हिसाब से अब मैदानी पर चलने वाली साधारण बसों में यात्री को 86 पैसे प्रति किमी के दर से किराया देना होगा, पहले यह दर 75 पैसे थी। एसटीए ने प्रतीक्षा भाड़े में भी अतिरिक्त बढ़ोत्तरी की है। हालांकि किराया बढ़ोत्तरी के बावजूद भी किराया रोडवेज से कम ही बताया जा रहा है। 

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सिटी बसों के नया किराया पहले दो किमी तक दो पांच रुपये निर्धारित किया है। इसके बाद दो से चार किमी का किराया सात रुपये रखा गया है। इसके बाद हर दो किलोमीटर की दर से 30 किमी तक का किराया निर्धारित किया गया है। जबकि पहले दो से चार किलोमीटर का किराया पांच रुपये था।

इसके अलावा एक्सप्रेस सेवा का किराया साधारण बस के मुकाबले 1.10 अधिक है। सेमी डीलक्स का किराया 1.25, डीलक्स का किराया 1.70 और एसी बसों का किराया 1.90 ज्यादा निर्धारित किया गया है।  साथ ही ऑटो रिक्शा में पहले किमी के 23 रुपये और उसके बाद हर किमी के 10 रुपये देने होंगे।

गौर हो कि अबतक परिवहन निगम का किराया सरकार की तरफ से बढ़ाया जाता है। लेकिन, एसटीए ने सरकार को प्रस्ताव भेजा है कि परिवहन की गाड़ियों का किराया भी एसटीए ही तय करें। हर तीन महीने में एसटीए की समीक्षा बैठक की जाती है कि गाड़ियों का किराया बढ़ाया जाएगा या घटाया और साथ ही गाड़ियों से संबंधित वाद-विवाद का भी निवारण किया जाता है।

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