झांसी: ये जगहें हैं जहां बदमाशों को पकड़ती है पुलिस, देखने में फिल्मों जैसा सीन लगेगा

संक्षेप:

  • आखिर यहीं क्यों पकड़े जाते हैं बदमाश
  • पुलिस की गिरफ्तारी के गिने चुने स्थल हैं
  •  एक खास भाषा में लिखा पढ़ी होती है

झांसी। आपने फिल्मों में अक्सर देखा होगा कि पुलिस क्रिमिनल को एक ख़ास जगह ही गिरफ्तार करती है. लेकिन क्या कभी हक़ीक़त में आपने ऐसा कुछ सुना है. शायद ही सुना हो क्योंकि यह बात ही आम नहीं है. बताते चलें कि जिले में अपराध किसी भी गली, मोहल्ले या गांव में हों पर अपराधियों की गिरफ्तारी 80 चुनिंदा स्थानों पर ही होती है। ऐसे में सवाल उठता है कि हर बार यह इत्तेफाक होता है या फिर पुलिस की लिखापढ़ी की एक खास शैली है।

जिले में पुलिस प्रतिदिन कई मामलों में अपराधियों को गिरफ्तार करती है। पुलिस की गिरफ्तारी के गिने चुने स्थल हैं जो सालों से चले आ रहे हैं। इन्हीं के आधार पर एक खास भाषा में लिखा पढ़ी होती है। वाहन चोर से लेकर शातिर बदमाश से मिलने वाला तमंचा व कारतूस, मोबाइल चोर, फरार वांछित, अपराधी, फरार आरोपी व अन्य बदमाशों की गिरफ्तारियों का सिलसिला लंबे समय से इन स्थानों पर चला आ रहा है।
 
 सिर्फ स्क्रिप्ट बदलती है डायरेक्शन नहीं - पुलिस की लिखा पढ़ी में क्राइम सीन कभी नहीं बदलता। क्राइम सीन हमेशा एक जैसा होता है। पुलिस की स्क्रिप्ट जरूर बदल जाती है। यह सिलसिला सालों से चला आ रहा है।
 
वे स्थान जहां गिरफ्तारी प्रसिदध् है

1.थाना कोतवाली : पंचवटी कॉलोनी, नारायण बाग के पास, अंजनी माता मंदिर।
2.थाना सीपरी बाजार : ग्वालियर मार्ग शिवानी होटल, करारी गांव।
3.थाना नवाबाद : चंद्रशेखर तिराहा, डीआरएम कार्यालय के पास।
4.थाना प्रेमनगर : बिजौली ग्रोथ सेंटर के पास, पश्चिम टिकट घर के पास।
5.थान सदर बाजार : भगवंतपुरा से रिसाला चुंगी के बीच, भट्टागांव व खिरकपट्टी।
 
 उधर, कुछ पुलिस वालों का कहना है कि ‘पुलिस जहां से बदमाशों को गिरफ्तारी करती है वहीं से घटनास्थल दिखाती है। जो बाकायदा लिखापढ़ी में अंकित होता है। इसमें किसी भी प्रकार का कोई स्थान तय नहीं है’।
 
 

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