30 को रामपुर आ रहा हूं आजम खान, मेरी कुर्बानी ले लीजिए लेकिन बेटियों को को छोड़ दीजिए: अमर सिंह

संक्षेप:

  • अमर सिंह ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
  • अखिलेश औल आजम पर जमकर बरसे
  • मेरी कुर्बानी ले लें आजम खां, मेरी बेटियों को बख्श दें: अमर सिंह

लखनऊ: राज्यसभा सदस्य अमर सिंह और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के बीच जुबानी जंग जारी है। लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमर सिंह, आजम खान पर जमकर बरसे।

इस दौरान अमर ने आरोप लगाया कि आजम उनकी हत्या कराना चाहते हैं। साथ ही अमर ने यह भी आरोप लगाया कि आजम खान और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बीच संबंध हैं। अमर ने कहा कि आजम खान, एसपी के संरक्षक मुलायम सिंह के सियासी दत्तक पुत्र हैं। इस दौरान अमर ने एसपी अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादवको भी निशाने पर लिया। अमर ने इस दौरान आजम को चुनौती देते हुए कहा कि 30 अगस्त को वह रामपुर आ रहे हैं। 

मुलायम सिंह के जन्मदिन मनाने को लेकर आजम के कथित बयान का जिक्र करते हुए अमर ने कहा, `मैं बहुत बुरा आदमी हूं। मैं बहुत विवादित आदमी हूं। मैं आज यहां किसी दल की तरफ से बल्कि नाबालिग मासूम, 17 साल की दो बेटियों के बाप की हैसियत से यहां आया हूं। जो शख्स (आजम खान) मुलायम सिंह का जन्मदिन मनाने के बाद सार्वजनिक बयान देता है कि अबू सलेम और दाऊद हमारे आदर्श हैं और उन्होंने इस जलसे का पैसा दिया है, वह मेरी पत्नी को कटवाने और बेटियों पर तेजाब फिंकवाने की बात करता है। सत्ता के बल पर क्रूर अट्टहास करने वाले दैत्य हैं आप। मुझे डर लगता है कि कहीं हमारी बेटियों पर तेजाब न फेंक दें। मेरी हत्या कर दीजिए, बकरीद बीते ज्यादा दिन नहीं हुआ है। मेरी कुर्बानी ले लीजिए लेकिन मेरी मासूम बच्चियों को छोड़ दीजिए। मैं आपकी बेटी-बेटे, पत्नी और परिवार के स्वस्थ और प्रसन्न रहने की दुआ करता हूं।` 

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


अमर ने कहा, `बकरीद के दिन बकरी काटी होगी। हिंदू जिसे पवित्र मानते हैं आपके समर्थकों ने उसे भी काटा होगा संभवतः। आपके खून की प्यास नहीं बुझी है। 30 तारीख को रामपुर आ रहा हूं आजम खान। 12 बजे वहां के गेस्ट हाउस में रहूंगा पीडब्लूडी के। इसलिए नहीं कि मैं बहादुर हूं, लड़ रहा हूं। इसलिए कि मैं एक डरा हुआ बाप हूं। आप प्रदेश के नामी-गिरामी भारी बेताज शहंशाह हैं। मुलायम सिंह के सियासी दत्तक पुत्र हैं और देश का गृहमंत्री भी, प्रदेश और देश की सरकार भी आज तक आपका कुछ बिगाड़ नहीं पाई है।`

आजम को निशाने पर लेते हुए अमर ने कहा, `मैं बनूंगा आजन्म कुलपति। मेरी औलाद बनेगा आजन्म कुलपति और वह शख्स जिसकी पुत्रवधू कहती है कि ससुर हमारा यौन शोषण करता है, एफआईआर कराती है, वह बनेगा आजन्म ट्रस्टी। मैं तो राज्यपालजी से अनुरोध करूंगा, योगी आदित्यनाथजी से अनुरोध करूंगा कानून में संशोधन करिए। अपने आप में अनोखा विश्वविद्यालय है।`

अमर ने कहा, `एक व्यथित पिता 17 साल की नाबालिग बच्चियों का बाप आज आपके बीच में है। झूठे आजम खान के झूठ का पर्दाफाश करने के लिए आप सबको पेन ड्राइव देंगे। पेन ड्राइव का वह हिस्सा जरूर चलाएं ताकि जनता को पता चले कि इस तरह के आपत्तिजनक भाषा से राजनीति नहीं होती है। विरोध करना है विरोध करिए। कर तो दिया विरोध। एक बार पिता ने और एक बार पुत्र ने समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया। हत्या बाकी है, हत्या कर दो।` 

मुजफ्फरनगर दंगों पर आजम के बयान को लेकर अमर सिंह ने कहा, `मुलायम सिंह तुम्हारी भी पत्नी है, तुम्हारी पुत्रवधू है और अखिलेश यादव तुम्हारी भी बेटी है, अगर उसे कहा जाएगा कि तेजाब से जलाया जाएगा तो तुम लोग क्या करोगे। शर्म करो और अगर यह धर्मनिरपेक्षता है तो इसके बजाए मैं सांप्रदायिक होना ज्यादा पसंद करता हूं। मैं मुसलमानों का विरोधी नहीं हूं। अब्दुल हमीद, मौलाना मोहम्मद अली जौहर, अशफाक उल्ला खां ऐसे मुसलमानों का मैं समर्थक हूं। लेकिन वह मुसलमान जो खिलजी की तरह पद्मावती की इज्जत लूटने आते हैं, जो नादिरशाह, अब्दाली की तरह बच्चों पर तेजाब फेंकने, महिलाओं की इज्जत लूटने आते हैं। उन मुसलमानों का समर्थक मैं नहीं हो सकता। इसके लिए सांप्रदायिकता का टीका और तमगा अपने माथे पर लेने के लिए तैयार हूं।`

राज्यसभा सांसद अमर ने कहा, `तीन उपचुनाव क्या जीत गए हिंदुओं की बेटियों को तेजाब से जलाने का लाइसेंस मिल गया है। सरकार आई थी तो हिंदू लड़कियां बेइज्जत हुई थीं सरकार चली गई तो धमकी की प्रक्रिया सिर्फ तीन उपचुनाव से शुरू हो गई। विष्णु का मंदिर बनाएंगे। कौन हैं विष्णु? क्या राम विष्णु के अवतार नहीं हैं। 14 वर्ष के लिए राम वनवास चले गए पिता के कहने से और नमाजवादी पार्टी ने क्या किया। विष्णु का मंदिर बनाएंगे विष्णु का अपमान करने वाले। रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा, राज करेगा बेटा अखिलेश और बाप जंगल को जाएगा।`

अमर ने आजम को परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा, `आजम खान तुमने कहा कि मैं अवसरवादी हूं। हां मैं अवसरवादी हूं क्योंकि मैंने अपनी पत्नी को राज्यसभा नहीं भेजा। मैं अवसरवादी हूं क्योंकि मेरी कोई औलाद विधायक नहीं है। मैं अवसरवादी हूं क्योंकि मैंने करोड़ों-अरबों-खरबों का घोटाला करके बाप के नाम पर विश्वविद्यालय नहीं बनाया, जिसका मैं आजन्म कुलाधितपति बना हूं पिछले दरवाजे से। तुम वजीर बने, वजारत किए। तुम्हारी बेगम राज्यसभा में है, तुम्हारी औलाद विधानसभा में है, मेरे परिवार का कोई व्यक्ति दूर का संबंधी भी नहीं है।` 

समाजवादी पार्टी को नसीहत देते हुए अमर ने कहा, `लोहिया के नाम पर नमाजवादी पार्टी के लोगों से हम कहना चाहते हैं लोहिया को पढ़ो। लोहिया ने 370 धारा के समर्थन में भारतीय जनसंघ का साथ दिया था। सदन में उनका भाषण है- एक झंडा, एक संविधान और एक देश। लोहिया के प्रचार में अटल बिहारी वाजपेयी गए थे, पंडित दीन दयाल उपाध्याय गए थे। दोनों की बैठक हुई थी। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का महासंघ बने यह लोहिया ने कहा था और अखंड भारत की बात दीन दयाल ने की थी। दोनों गैर कांग्रेसवाद की बात करते थे।` 

`अब तो अंकल नहीं हैं, एक हो जाओ` 

अमर ने इस दौरान कहा, `चुनाव से एक दिन पहले मुलायम सिंह की पत्नी ने कहा था कि मेरा अपमान हुआ है। आप प्रतीक को भाई मानते हैं, आप साधनाजी को मां मानते हैं और आप विष्णु का मंदिर बनाएंगे। आप ने कहा था कि 4 महीने बाद मुलायम सिंह को पद देंगे, दे दिया। आपने कहा था कि यह बाहरी इस वजह से परिवार में झगड़ा है। मैंने तुम्हारे पिता को पैक करके रैप करके दे दिया, बात नहीं करता मुलायम सिंह से। अब तो अंकल नहीं हैं, एक हो जाओ। किसके सिर पर ठीकरा फोड़ोगे। समाजवादी पार्टी उर्फ नमाजवादी पार्टी की परंपरा है। अमर सिंह को गाली देनी है, तो किसी ठाकुर को खोजा। वह अपने मुंह से गाली देगा, कोई यादव न दे। रमाकांत यादव को निकालना है, तो अमर सिंह खबरदार किसी यादव के खिलाफ मत बोलना। स्वर्गीय मोहन सिंह ने मृत्यु से पहले आकर मुझसे क्षमा-याचना की थी।` 

अमर ने कहा, `इतना परहेज है बीजेपी से तो जब चंद्रशेखरजी के कहने से मैंने नानाजी देशमुख की मदद की थी, जिसमें मुलायम सिंह ने भी सहयोग किया था। तो नानाजी से मैंने एक ही बात कही थी कि घर का नाम क्या रखेंगे, तो उन्होंने कहा राम कुटीर। मैंने कहा सियाराम कुटीर रखिए।` 

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles