बढ़ते प्रदूषण से लड़ने के लिए इम्यूनिटी बढ़ाएं, मास्क जरूरी

संक्षेप:

  • इम्यूनिटी पावर को करें मज़बूत
  • ब्लैक मास्क है ज्यादा फायदेमंद
  • इम्यूनिटी पावर को स्ट्रोंग करें

लखनऊः दिल्ली, एनसीआर से लेकर पूरे उत्तर भारत में आसमान में छाई जहरीली धुंध से आंखों में जलन सी महसूस हो रही है. आसमान में स्मॉग छा गया है, कई शहरों में जहरीली हवा की स्थिति गंभीर बनती जा रही है. पार्टिकुलेट मैटर यानी पीएम 2.5 मानक से लगभग 12 गुना अधिक पहुंच गया.

ऐसे में डॉक्टर्स की राय जानना कुछ जरूरी सा लगता है. आखिर किस बिमारी के मरीज को ज्यादा परेशानी हो सकती है और कौन सी परेशानियां का क्या निवारण है. प्रदूषण के मुद्दे पर NYOOOZ ने वरिष्ठ चिकित्सक संगीता भाटिया से बातचीत की तो बताया कि इस समय अस्थमा के मरीज और अन्य स्वांस की समस्याएं भी बढ़ती नज़र आरही हैं. बताया कि अगर यह प्रदूषण की समस्या चलती रहेंगी तो लंग कैंसर और स्किन कैंसर के भी पेशेंट मिलेंगे. डॉक्टर का कहना है कि अगर किसी के अन्दर रेजिस्टेंस पॉवर कम है तो लंग कैंसर के ज्यादा आसार हैं. रोक थाम की बात पर कहा कि आप एक तो मास्क लगायें और अपने इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं. इसी के साथ हाई प्रोटीन डाइट लीजिये, विटमिन सी लीजिये और रेजिस्टेंस पॉवर को बढाएं.

ये भी पढ़े : Senior Citizen Health: बुढ़ापे में बनी रहती है इन बीमारियों का खतरा, ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान


वहीं डॉक्टर प्रणय वर्मा ने कहा कि स्मोग ऐसी चीज है कि जो प्रदूषण से बढ़ती है. इस स्मोग का मुख्य कारण है कि गार्बेज को लोग जला देते हैं और उसी तरह लोग खेतों में भी आग लगा देते हैं. रोकथाम पर कहा कि जो भी कूड़ा हो उसे जलाएं नहीं क्योंकि उससे स्मोग होता है. चिकित्सक ने बताया कि अस्थमा के मरीज इनहेलर का प्रयोग करें और लोग मास्क का भी प्रयोग करें.     

   

कई तरह के हैं मास्क

बिक्रेता ने बताया कि बाज़ार में इस समय कोई नया मास्क तो नहीं आया है हां लेकिन जो पुराने प्रदूषण मास्क होते हैं उनकी बिक्री पिछले 2 दिनों में बढ़ी है. बताया कि मास्क के-90 की बाज़ारों में कहीं न कहीं कमी है. बताया कि काले रंग के जालीदार मास्क लोग ज्यादा खरीदते हैं जिसकी कीमत 50 रूपए है और उसके अलावा यूज एंड थ्रो वाले ग्रीन कलर के मास्क जिसकी कीमत 10 रूपए है को भी लोग ज्यादा यूज़ करते हैं. बताया कि ब्लैक कलर का जो मास्क आता है जो ज्यादा अच्छे होते हैं क्योंकि उनके अन्दर मोटा कपड़ा होता है और जाली बी होती है जिससे हवा छन के जाती है.

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles