चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश फिर आ सकते हैं एक साथ! सपा का बढ़ेगा कुनबा
- समाजवादी पार्टी में चाचा और भतीजा फिर एक साथ आ सकते हैं.
- इधर चाचा शिवपाल यादव का रूख भतीजे अखिलेश को लेकर नरम होता दिख रहा है.
- समाजवादी पार्टी का कुनबा फिर होगा बड़ा.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी में चाचा और भतीजा फिर एक साथ आ सकते हैं. इधर चाचा शिवपाल यादव का रूख भतीजे अखिलेश को लेकर नरम होता दिख रहा है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा, `हम चाहते हैं नेता जी के जन्मदिन (22 नवंबर) पर परिवार में एकता बढ़ जाए तो अच्छा है. हमारा प्रयास है भतीजा समझ लेगा तो सरकार बना लेगा, मुख्यमंत्री हमें तो बनना नहीं है.`
शिवपाल यादव फिर से अखिलेश से हाथ मिलाने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि एक बार फिर अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने को भी तैयार हैं. उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है. हमारा प्रयास है भतीजा समझ लेगा तो सरकार बना लेगा. हमारी प्राथमिकता है समाजवादी पार्टी, क्योंकि हमने बहुत लंबे समय तक नेताजी के साथ काम किया है हमारी विचारधारा भी समाजवादी है. नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर दोनों पार्टियां एकता के लिए आगे बढ़ें.
समाजवादी पार्टी और अखिलेश को लेकर चाचा शिवपाल के रुख नरम पड़ते दिख रहे है. इटावा में एक कार्यक्रम के दौरान `यादव पारिवार` के एकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम चाहते है मुलायम सिहं यादव के जन्मदिन (22 नवंबर) पर परिवार में एकता बढ़ जाए तो अच्छा है.
बता दें कि अभी हाल ही में चाचा-भतीजे यानी शिवपाल और अखिलेश यादव एक साथ मुलायम सिंह यादव के घर पर दिखााई दिए थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुलायम सिंह यादव का हाल चाल जानने उनके घर पहुंचे थे तो शिवपाल और अखिलेश साथ नजर आए थे. इससे पहले भी अखिलेश यादव ने शिवपाल को पार्टी में वापस आने का इशारों-इशारों में न्योता दिया था, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी थी.
हालांकि शिवपाल यादव ने सपा में अपनी पार्टी विलय करने के बजाय अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करना चाहते हैं. ऐसे में देखना होगा कि विधानसभा चुनाव 2022 से पहले शिवपाल यादव और अखिलेश यादव हाथ मिलाते हैं या नहीं. शिवपाल कहते हैं कि अगर परिवार एक हो गया तो 2022 में अखिलेश यादव सीएम होंगे.
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