अटल बिहारी वाजपेयी के लिए मेरठ था खास शहर

संक्षेप:

  • पूर्व पीएम वाजपेयी की हालत स्थिर
  • अटल का कई बार मेरठ आना जाना हुआ
  • अटल बिहारी वाजपेयी 1965 में आये थे मेरठ

मेरठ:  पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत स्थिर बनी हुई है और कल आई जांच रिपोर्ट में यूरिन इंफेक्शन भी अब कंट्रोल और पहले से सुधार है। अभी उनको संक्रमण ठीक होने तक अस्पताल में ही रखा जाएगा। डॉक्टर्स उनकी सेहत पर लगातार नजर बनाए हुए है। उनकी दवाईयां और उनके खाने का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। अटल की सेहत में सुधार के पूरा देश दुआ मांग रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भारत के इतिहास में योगदान कोई नहीं भुला सकता।

आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का कई बार मेरठ आना जाना हुआ। जब जब वह मेरठ आते तो लाखों की भीड़ उनको सुनने के लिए पहुंच जाती थी। अटल 1965 में मेरठ आए थे। इस दौर में जनसंघ लाल बहादुर शास्त्री की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए समर्थन जुटा रहा था। दरअसल, सरकार ने पाकिस्तान के साथ समझौता किया था। इसके तहत करीब दो हजार वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र पाकिस्तान को सौंप दिया गया था। इसी के खिलाफ समर्थन के लिए अटल को मेरठ भेजा गया। उस समय उनकी आयु करीब चालीस वर्ष की रही होगी। उन्होंने जो जोरदार भाषण दिया, सभी ऊर्जा से भर गए।

उनके भाषण का ये प्रभाव हुआ कि हजारों लोग 16 अगस्त 1965 को सरकार के खिलाफ दिल्ली पहुंचे। इसके बाद वाजपेयी 1974 के यूपी विधानसभा चुनावों में मेरठ के जिमखाना मैदान में आए थे। ये वह दौर था जब जनसंघ और भाजपा ने उन्हें यूपी के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किया था और पूरे प्रदेश में उनके नाम के पोस्टर लगे हुए थे। उस समय का प्रचलित नारा था- अटल के सकल हाथों में होगी प्रदेश की बागडोर। इसके बाद 1977 में विधानसभा भंग हो गई तो दोबारा से चुनाव होने थे। इस चुनाव के ​लिए वह फिर से ​मेरठ पहुंचे।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


इस दौर में कई पार्टियों ने विलय करके जनता पार्टी बनाई थी। जिसके के लिए जनता में खूब जोश था। जनता पार्टी का टिकट हासिल करने के लिए प्रत्याशियों में जबरदस्त मारामारी थी। उस वक्त अटल ने जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा था, टिकट के लिए ऐसी मारामारी पहले कभी नहीं देखी, पार्टी का अनुशासन तार तार हो गया है। जनता पार्टी के टिकट पर जो भी लड़ेगा वह जीत ही जाएगा।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य मेरठ की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles