आमजन तक बेहतर सेवाएं पहुंचाने का दावा करने वाले स्वास्थ्य विभाग की पोल फिर से खुल गई

प्रसव के लिए पहुंची महिला को सामान्य प्रसव से इनकार कर दिया गया।

इसके बाद हेपेटाइटिस बी बताते हुए मेरठ के लिए रेफर किया गया।  ये भी पढ़ेंः यूपी: मेरठ में कलयुगी पिता ने दस साल की मासूम के साथ किया दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज परिजन महिला को ले जाने लगे तभी अस्पताल परिसर में ही महिला को प्रसव पीड़ा हुई और उसने खुले में बच्ची को जन्म दिया।

परिजनों का आरोप है कि प्रसव की सूचना देने के बावजूद डॉक्टर और नर्स महिला का हाल जानने तक मौके पर नहीं पहुंचे।   डौला गांव निवासी मेहरदीन ने बताया कि अपनी पत्नी शायरा (45) को प्रसव पीड़ा होने पर परिवार के अन्य लोगों के साथ लेकर रात करीब आठ बजे महिला अस्पताल पहुंचा।

यहां मौजूद स्टाफ ने नार्मल डिलीवरी से इनकार कर दिया।

यही नहीं महिला को हेपेटाइटिस बी बताते हुए मेरठ के लिए रेफर कर दिया।

परिजन प्रसूता को महिला अस्पताल के बाहर चंद कदम ही चले थे कि प्रसव पीड़ा हुई और अस्पताल परिसर में ही शायरा ने बेटी को जन्म दिया।  डौला के ग्रामीणों का आरोप है कि इसके बाद साथ आए लोग अस्पताल पहुंचे और स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ को मौके पर जाकर जांच करने के लिए कहा।

लेकिन स्टाफ ने मौके पर जाने से इंकार कर दिया।

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