मेरठ जिले में हुए करीब 350 करोड़ रुपये के राशन घोटाले में आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की गर्दन फंसने लगी है। वहीं पुलिस की जांच में अभी तक सामने आया है कि मेरठ में 120 आधार कार्डों से 27 हजार लोगों का राशन गलत तरीके से निकाला गया।
- न्यूज़
- Sunday | 19th January, 2020
निजी कर्मचारी के पास थे सभी पासवर्ड एसपी क्राइम का कहना है कि घोटाले में पूर्व में तैनात रहे जिला आपूर्ति अधिकारी, कई एआरओ और इंस्पेक्टर भी फंसने लगे हैं।
आपूर्ति विभाग ऑफिस पर तैनात प्राइवेट कर्मचारी के पास मशीनों का पासवर्ड था।
कई मुकदमों में सिर्फ कोटेदार को नामजद किया गया है।
जांच में सामने आया कि मशीनों को डीएसओ ऑफिस में मंगाया जाता था।
वहां मशीनों को पासवर्ड से खोला और लॉक किया जाता था।
आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी के कर्मचारी भी शक के दायरे में हैं। हाईकार्ट में डालेंगे याचिका एसपी क्राइम का कहना है कि राशन घोटले की मानीटरिंग हाईकोर्ट कर रही है।
आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी जांच में सहयोग नहीं कर रही।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
अन्य मेरठ की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।
डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।