जन औषधि केंद्रों की सच्चाई, नहीं हैं पूरी दवाई

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों को लेकर किए गए दवाओं के दावे और हकीकत में खासा फर्क है।

जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में खुले जन औषधि केंद्रों के बाहर बड़े-बड़े पोस्टर लगे हैं, जिन पर लिखा है कि यहां 600 तरह की दवाइयां और 154 तरह के सर्जिकल आइटम बेहद सस्ते दामों पर मिलते हैं।

इन दोनों जन औषधि केंद्रों पर जाकर पड़ताल की गई, तो पता चला कि यह दावा गलत है।

सच्चाई यह है कि अभी तक महज 250 तरह की दवाइयां ही उपलब्ध हैं।

दावा 154 सर्जिकल आइटम का है, मगर सिर्फ चार से पांच प्रकार के उपलब्ध हैं। .ad-600 {width: 600px;text-align: center;} .ad-600 .vigyapan{background:none} विज्ञापन if(typeof is_mobile !='undefined' && !is_mobile()){ googletag.cmd.push(function() { googletag.display('div-gpt-ad-1544182959779-0'); });} विज्ञापन यह हालात तब हैं, जब जिला अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुले हुए करीब आठ माह हो गए हैं।

मेडिकल में तीन माह का समय हो गया है।

दवाओं की किल्लत की वजह से ही जिला अस्पताल में जन औषधि केंद्र शुरू होने के एक माह बाद ही कुछ दिन के लिए बंद करना पड़ा था।

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