योगी आदित्यनाथ ने विरोधी दलों पर किया तीखा हमला, कांग्रेस प्रत्याशी को बताया अजहर मसूद का दामाद

मां शाकंभरी के दरबार से आशीर्वाद लेने के बाद जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी सभा को संबोधित किया, तो उनके पिटारे से कांग्रेस, बसपा और सपा सभी के लिए कुछ न कुछ तीखी टिप्पणी निकलती रही।

भ्रष्टाचारियों की कुलदेवी, गुंडों के कुल भूषण और नामदारों के कुल दीपक की और अजहर मसूद के दामाद की संज्ञा देकर योगी आदित्यनाथ ने विरोधी दलों पर तीखा हमला किया। विज्ञापन योगी ने पाकिस्तान के अंदर एक आतंकवादी है अजहर मसूद, जैसे ओसामा बे-मौत मारा गया था, वैसे ही अजहर मसूद भी मारा जाएगा।

उन्होंने सहारनपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी इमरान मसूद का नाम लिए बिना कहा कि आपके सहारनपुर में भी उनकी भाषा बोलने वाले उनके दामाद बैठे हैं।

अब आपको तय करना है कि अजहर मसूद की भाषा बोलने वाला व्यक्ति चुनाव जीतेगा या मोदी जी के एक सिपहसालार के रूप में सहारनपुर के समग्र विकास को लेकर चलने वाला। उन्होंने कहा कि सत्ता हथियाने के लिए मुगलों का अनुसरण करते हुए अपने पिता, अपने सगे चाचा तक को दरकिनार कर दिया और धुर विरोधियों की गोद में जा बैठे हैं , गांव जवार में कहावत है, "जो बाप का न हुआ, वो आप का क्या होगा "जनता इन मौकापरस्त सत्ता लोलुपों को चुनाव में अच्छा सबक सिखाएगीकांशीराम के नाम से बसपा को घेरा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी रैली के दौरान कांशीराम का नाम लेकर बसपा को घेरने का प्रयास किया और कहा कि जिस महापुरुष के नाम से राजनीति की जाती है, उस महापुरुष का नाम मिटाने की साजिश की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के महापुरुष कांशीराम के नाम से सहारनपुर का मेडिकल कॉलेज था, लेकिन इनके नाम पर राजनीति करने वालों ने साजिश करके दूसरा नाम रख दिया, इसके पीछे बड़ी साजिश रही।

जनता को भी सोचना चाहिए।  गौरतलब है कि सहारनपुर जनपद में मुस्लिम के बाद बड़ी संख्या अनुसूचित जाति वर्ग की बताई जाती है।

भाजपा का पहले भी यह प्रयास रहा है कि अनुसूचित जाति वर्ग के वोटरों को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके।

वहीं, बसपा की राजनीतिक धुरी भी सहारनपुर में है, यहां के हरौड़ा विधानसभा क्षेत्र से बसपा सुप्रीमो मायावती दो बार विधायक चुनी जा चुकी है, वहीं एक बार कांशीराम भी सहारनपुर लोसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।

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