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सिसौली को यूं ही नहीं कहते `किसानों की काशी`, टिकैत के दर पर हाजरी लगा रहे सियासत के महारथी; समझे पश्चिमी UP का समीकरण
- न्यूज़
- Wednesday | 20th March, 2024
संतोष शुक्ल, मेरठ।
चटक होती धूप के बीच सिसौली में सात मार्च को गाड़ियों का काफिला प्रवेश करता है।
सबकी नजर बाबा टिकैत के घर की तरफ उठती है।
आगे की कार से केंद्रीय राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान उतरते हैं।
उन्हें सूचना मिलती है कि भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत घर पर नहीं हैं तो डा. बालियान पहले किसान भवन पहुंचकर चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, कर्नाटक के किसान नेता एमजी नजूंडा स्वामी और सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हैं।
केंद्रीय मंत्री लौटे तब तक नरेश टिकैत आ जाते हैं।
बालियान ने उन्हें अपनी खाप का मुखिया बताकर पैर छुए।
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