कहीं आप चाय की जगह तेजाब तो नहीं पी रहे !

संक्षेप:

  • चाय में अदरक को लेकर अलर्ट हो जाइए
  • आपकी चाय और खाने में `तेजाब` यानी एसिड है
  • बाजार में बिक रहा कच्चा अदरक खतरनाक है

चाय तो पीते ही होंगे? खूब सारा दूध, अदरक को भी अच्छे से कूटकर चाय बनाते समय डालते होंगे। कुछ लोग तो साथ में तुसली के पत्तों का भी इस्तेमाल करते हैं।

अन्य खानपान में भी अदरक का उपयोग होता है। ऐसे में अदरक को लेकर अलर्ट हो जाइए। आपकी चाय और खाने में `तेजाब` यानी एसिड है। ऐसा हम इसलिए लिख रहे हैं क्योंकि अदरक की तेजाब से धुलाई की जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, इससे अदरक के औषधीय गुण तो खत्म हो ही जाते हैं, लंबे समय तक सेवन करने बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी बना रहता है।

गंगाराम हॉस्पिटल के गेस्ट्रोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉक्टर अनिल अरोड़ा ने बताया कि अगर एक तय मात्रा में तेजाब ह्यूमन बॉडी में जाए तो खतरे का कारण बन सकता है। क्योंकि कच्चे अदरक के साथ एसिड के अंश पेट में जा सकते हैं। हालांकि यह बॉडी में जाने वाले एसिड की मात्रा पर निर्भर करता है। डॉक्टर अरोड़ा ने कहा कि थोड़ी मात्रा में एसिड शरीर जाए तो ज्यादा चिंता की बात नहीं है। इसे बॉडी न्यूट्रलाइज कर लेती है क्योंकि, हमारे शरीर में भी एसिड होता है। मुंह में बनने वाला स्लैबा इसके इफेक्ट को कम करता है। उन्होंने यह भी कहा कि खुले में तेजाब के इस्तेमाल से उसका इफेक्ट कम होते जाता है। ऐसा ऑक्सीजन के संपर्क में आने से होता है। लेकिन डॉक्टर अरोड़ा की यही सलाह है कि जितना हो सके कच्चे और साफ दिखने वाले अदरक से बचकर रहें।
सफेदी लिए नजर आता है।

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बाजार में बिक रहा कच्चा अदरक सबसे खतरनाक है। धुलाई के बाद यह एकदम साफ और सफेदी लिए नजर आता है। ऐसे अदरक को खरीदने के बाद अच्छे से धो लेना चाहिए। जितना हो सके इसे इस्तेमाल से पहले खूब उबाल लें। यह अदरक पेट में एसिडिटी बढ़ने का कारण भी बन सकता है।

एम्स की डायटिशियन अंजली भोला ने बताया कि पेट में एसिड के अंश जाने पर जलन होती है। इसमें अमोनिया, क्लोरीन जैसे तत्व होने के कारण यह लोगों में पेट दर्द, उल्टी, एनीमिया जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है। यह आंत की कार्यक्षमता पर भी असर डालता है क्योंकि, इससे आंत में मौजूद म्यूकस मेमब्रॉन प्रभावित होता है।

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