इन 10 बातों को जाने बिना तीज का व्रत अधूरा, पढ़े क्या है खास ?

संक्षेप:

  • आज देश में हरियाली तीज का पर्व मनाया जा रहा है
  • तीज का पर्व सुहागन स्त्रियों के बेहद खास
  • नीचे पढ़े- हरियाली तीज व्रत का मुहूर्त

आज देश में हरियाली तीज का पर्व मनाया जा रहा है। यह त्योहार हर बार सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया की तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार पंजाब और उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए खास महत्व रखता है। ऐसी मान्यता है आज के दिन भगवान शिव देवी पार्वती की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। शिव जी के वरदान से देवी पार्वती के मन में इतना खुशी छाई वह खुशी से झूम उठीं तब से हर सावन महीने की शुक्ल तृतीया को हरियाली तीज के नाम से जाना जाता है।

हरियाली तीज की मान्यता

  1. हरियाली तीज व्रत करने के पीछे कथा है कि मां पार्वती ने भगवान शिव से विवाह करने के लिए बहुत ही कठिन तपस्या की थी। इस तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने आज ही के दिन यानी श्रावण मास शुक्ल पक्ष की तीज को मां पार्वती के सामने प्रकट हुए और उनसे शादी करने का वरदान दिया था।
  2. मान्यता है कि हरियाली तीज के दिन महिलाएं पुत्र प्राप्ति की इच्छा के लिए व्रत करती हैं जबकि कन्या मनवांछित वर प्राप्त करने के लिए यह व्रत करती हैं।
  3. इस दिन महिलाएं मिट्टी या बालू से मां पार्वती और  शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा करती हैं।
  4. पूजा के बाद मिट्टियों की इन मूर्तियों को नदी या किसी पवित्र जलाशय में प्रवाहित करने की मान्यता है।
  5. व्रत करने वाले भक्त सुबह स्नान कर और मां-पार्वती की विधिवत पूजा कर इस व्रत को शुरू करते हैं।
  6. कुछ स्‍थानों पर मां पार्वती और शिवलिंग की पूजा के वक्त मां पार्वती को शंकर जी वर के रूप में कैसे प्राप्त हुए इसकी कथा भी सुनाई जाती है। इस कथा को हरियाली तीज कथा के नाम से भी जानते हैं।
  7. मान्यता के इस व्रत के दौरान पूरे दिन मां पार्वती और भगवान शिव का ही ध्यान करना चाहिए।
  8. व्रत खोलने से पहले भगवान को खीर पूरी या हलुआ और मालपुए से भोग लगाना चाहिए।
  9. विवाहित महिलाएं इस दिन जब पूजा के लिए तैयार होती हैं तो सोलह श्रृंगार करती हैं।
  10. हरियाली तीज की पूजा सामग्री के रूप में गीली मिट्टी, पीले रंग का नया कपड़ा, बेल पत्र, कलावा, धूप-अगरबत्ती, कपूर, घी का दीपक, फूल-फल, नारियल और पंचामृत आदि इस्तेमाल कर सकते हैं।

हरियाली तीज व्रत का मुहूर्त-

  • हरियाली तीज तिथि आरंभ : सुबह 8:38 बजे (13 अगस्त 2018) से
  • हरियाली तीज तिथि समाप्त : सुबह 5:46 बजे (14 अगस्त 2018) तक

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यह व्रत महिलाएं अपने लिए शिव और पार्वती जैसी पति-पत्नी के रूप में कामना करने के लिए यह व्रत रखती हैं। इस दिन नव विवाहिता अपने मायके आती हैं और अपने साथ नए कपड़े और मिठाइयां लाती हैं जिसे सिंधारा के नाम से जाना जाता है। इस पर्व में महिलाएं मेहंदी लगाकर श्रृंगार कर और हरी-चूड़ियां पहनकर झूला झूलती हैं। इस दिन विवाहित महिलाएं मिट्टी से मां पार्वती और शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा करती हैं फिर पूजा के बाद इन मूर्तियों को किसी नदी में प्रवाहित कर देती हैं।

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