गोरखपुर : दशहरे के दिन 'पात्र देवता' की गद्दी पर बैठेंगे सीएम योगी

संक्षेप:

  • नाथ संप्रदाय की परंपरा के मुताबिक होती है पात्र देवता पूजा
  • गोरख पीठ के लिए दशहरा पर्व का है विशेष महत्व
  • संतों को पात्र देवता सुनाते हैं सजा

गोरखपुर : गोरख पीठ के लिए दशहरा पर्व का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में जितने भी पर्व या त्यौहार हैं उन सभी पर्वों में दशहरा का गोरखपीठ में सर्वोच्च स्थान है। इस दिन गोरक्षपीठ के महंत पीठ के दायित्वों का निर्वहन करते हुए हर उस विधि को करते हैं।

जो नाथ परम्परा पौराणिक काल से चली आ रही है। नाथ परंपराओं की परम्पराओं में ऐसी ही एक परम्परा है पात्र देवता स्थापना। इस परम्परा के दायित्वों का निर्वहन गोरख पीठाधीश्वर करते हुए संतों के साथ न्याय करते हैं।

गोरखनाथ मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि नाथ परम्परा के अनुसार दशहरा के दिन आयोजित पात्र देवता स्थापना कार्यक्रम के बाद ही मंदिर का महंत मंदिर परिसर के बाहर निकलता है। पीठ में यह कार्यक्रम रात के समय आयोजित होता है। दो से तीन घंटे के इस कार्यक्रम में सभी संत एकत्रित होते हैं। गोरख पीठाधीश्वर पात्र देवता के रुप में गद्दी पर बैठते हैं। इस दौरान नाथ सम्प्रदाय के जितने भी संत हैं अगर उनके खिलाफ कोई भी ऐसी शिकायत होती है इसकी सुनवाई पात्र देवता के रुप में पीठाधीश्वर करते हैं।

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पात्र देवता के समक्ष कोई भी संत झूठ नहीं बोलता यदि किसी ने भी गलती की है तो वह इस बात को स्वीकार करता है। जो भी संत नाथ परम्परा के विरुद्ध किसी भी गतिविधि में लिप्त होता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई पात्र देवता द्वारा की जाती है। पात्र देवता के हैसियत से पीठाधीश्वर उस संत के खिलाफ सजा का ऐलान करते हैं। जिसमें उसकी एक साल की चिलम साफी बंद कर दी जाती है। अपराध यदि गंभीर है तो यह सजा दो या तीन साल की भी हो सकती है। साथ ही उस संत को पात्र देवता से माफी भी मांगनी पड़ती है।

इस रस्म के दौरान पहले जिन संतों को पात्र देवता द्वारा सजा मिली होती है उस संत को बहाल करते हुए सजा से मुक्त किया जाता है। उन्होंने बताया कि संतों में वस्त्र वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन होता है।

विजयादशमी के दिन मंदिर में स्थापित सभी देवी देवताआं एवं साधु संतो का विशिष्ट पूजन, महंथ का तिलकोत्सव कार्यक्रम, गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा तथा संतों, ब्राम्हणों एवं निर्धनों के साथ महंथ का सहभोज कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।

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