ट्रैक्टर पर महापंचायत में पहुंची प्रियंका गांधी; बोलीं- वोट के लिए नहीं किसानों के लिए लड़ रही कांग्रेस

संक्षेप:

मेरठ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसान महापंचायत की। इस दौरान प्रियंका गांधी ट्रैक्टर पर बैठकर महापंचायत के मंच तक पहुंचीं। उन्होंने हाथों को हिलाकर लोगों का अभिवादन किया। प्रियंका ने कहा कि हम वोट के लिए नहीं बल्कि किसानों के लिए कांग्रेस लड़ रही है। जब तक मुझमे दम है मैं लड़ूंगी।

मेरठ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसान महापंचायत की। इस दौरान प्रियंका गांधी ट्रैक्टर पर बैठकर महापंचायत के मंच तक पहुंचीं। उन्होंने हाथों को हिलाकर लोगों का अभिवादन किया। प्रियंका ने कहा कि हम वोट के लिए नहीं बल्कि किसानों के लिए कांग्रेस लड़ रही है। जब तक मुझमे दम है मैं लड़ूंगी।

इस दौरान प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गन्ना किसानों के बकाए से अपने लिए हवाई जहाज खरीदन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, सरकार पर गन्ना किसानों का 15 हजार करोड़ रुपए बकाया है। इसमें UP का 10 हजार करोड़ है। प्रियंका ने जनता से सवाल पूछा कि सरकार ने इस पैसों से क्या किया? फिर कहा कि प्रधानमंत्री ने दो हवाई जहाज खरीदे हैं। उनकी कीमत 16 हजार करोड़ है। आपका बकाया 15 हजार करोड़ नहीं मिल रहा है। जो सरकार दो हवाई जहाज आपके बकाए का खर्च कर सकती है उसे रहने का कोई हक नहीं है।


अंग्रेजों की तरह BJP किसानों का शोषण कर रही

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


प्रियंका गांधी ने कहा कि ये मेरठ की धरती है। यहीं से स्वतंत्रता संग्राम का पहला विद्रोह शुरू हुआ था। यहीं से आजादी की लड़ाई शुरू हुई। हमारे देश को आजादी किसानों ने दिलाई। हजारों किसान आंदोलन में जुटे। बहुत लोग शहीद हुए। अंग्रेजी साम्राज्य किसानों को परेशान करता रहा। मगर किसानों ने बहुत हिम्मत से लड़ाई लड़ी। वैसे ही आज भाजपा सरकार भी किसानों का शोषण कर रही है। केंद्र सरकार जो तीन नए कानून लेकर आई है, उससे किसानों को उनकी मेहनत की कमाई नही मिल पाएगी।

अगर कानून से भलाई तो बॉर्डर पर बैठे किसान

यह कृषि कानून बड़े उद्योगपतियों केा जमाखोरी का इजाजत देगा। आहिस्ते आहिस्ते मंडियां बंद हो जाएंगी। MSP मिलना बंद हो जाएगी। सौदा करने वाले खरबपति फसल लेने से मना करें तो किसान क्या करेगा। किसान सिर्फ एसडीएम तक जा पाएगा। तीनों कृषि कानून में खरबपति और दूसरी तरफ आप हैं तो आपको क्या लाभ मिलेगा? इस पर सोचना होगा। प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं कि ये कानून किसान के लिए बने हैं। खरबपति मित्रों के लिए नहीं बनाए। लेकिन मैं पूछना चाहती हूं कि ये कानून बनाने से पहले किसी किसान से क्यों नहीं पूछा गया? उन्हें विश्वास में क्यों नहीं लिया गया। आज 100 दिन पूरे हो गए, लाखो किसान दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं। अगर भलाई का कानून है तो लाखों लोग क्यों बैठे हैं?

हम दो हमारे दो के लिए चल रही सरकार

प्रियंका गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या प्रधानमंत्री को इस देश के किसानों का सम्मान नहीं करना चाहिए। क्या वे इस लायक भी नहीं हैं कि आप उनसे मिलें। प्रधानमंत्री पाकिस्तान, अमेरिका घूमने जा सकते हैं, लेकिन राजधानी में बैठे किसानों से नहीं मिल सकते। क्योंकि वे किसानों का आदर नहीं करते। उनकी सरकार सिर्फ खरबपतियों के लिए है। हम दो हमारे दो के लिए सरकार चल रही है।

प्रियंका ने कहा कि मुझमें जबतक है दम तबतक लडूंगी। इसके लिए चाहे 100 दिन हो या 100 साल हो। कहा कि राहुल ने संसद में किसानों की मौत का मुद्दा उठाया लेकिन किसानों की मौत पर सभी मौन रहे। संसद में कोई सत्ता पक्ष का खड़ा नहीं हुआ। किसानों का अपमान किया गया। आंदोलनजीवी और परजीवी कहकर अपमान हुआ। उन्‍होंने कहा कि दिल्ली बॉर्डर की तरह गांव गांव आंदोलन कीजिए। जब जब आप संकट में होंगे कांग्रेस खड़ी होगी। दुख हो या सुख तब तब पहुंचेंगे। हम कर्जदार हैं आपके। आपकी लड़ाई मेरी लड़ाई है। जब तक मुझमें दम है तब तक लड़ूंगी साथ। 100 दिन चाहे 100 साल हो जाएं।

पश्चिमी UP में प्रियंका की 5वीं महापंचायत

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों में उपजे असंतोष की फसल को विपक्षी दल केंद्र व प्रदेश की BJP सरकार के खिलाफ एक अवसर के रुप में काटना चाहती हैं। यही वजह है कि UP में सियासी किसान महापंचायतों का दौर शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में रविवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पश्चिमी UP में पांचवी बार किसान महापंचायत को संबोधित किया। यह महापंचायत मेरठ जिले में सरधना विधानसभा क्षेत्र के कैली गांव में आयोजित की गई।

दो मंच- एक VVIP के लिए तो दूसरा लोकल नेताओं के लिए

कैली गांव में पंचायत स्थल पर दो मंच बनाए गए हैं। एक मंच पर प्रियंका गांधी के साथ VVIP नेता और दूसरे मंच पर स्थानीय नेता बैठेंगे। किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए जहां कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र में जनसंपर्क किया, वहीं किसान महापंचायत स्थल पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।

27 जिलों में महापंचायत अभियान का हिस्सा

यह महापंचायत `जय जवान-जय किसान` अभियान के तहत हो रही है। कांग्रेस ने यूपी के 27 जिलों में कृषि कानूनों के विरोध में अभियान के तहत महापंचायत करने की रणनीति बनाई है। इसकी शुरुआत प्रियंका ने 9 फरवरी को सहारनपुर से किसान महापंचायतों की शुरुआत की थी। इस दौरान उन्होंने काला कुर्ता, भगवा गमछा और माथे पर तिलक के साथ पंचायत को संबोधित किया था। सहारनपुर में प्रियंका ने शाकंभरी देवी मंदिर में पूजा की, फिर एक दरगाह पर गईं थी। इसके बाद उन्होंने मुजफ्फरनगर, बिजनौर और मथुरा में महापंचायत की थी।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य मेरठ की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles