Holi 2018: वाराणसी की ये खास गुझिया कर देगी आपका मुँह लाल

संक्षेप:

  • इस बार की होली में मिठाई विक्रेताओं ने बनाया है खास गुझिया
  • खाने के बाद हो जाएगा आपका मुंह लाल
  • खूब पसंद की जा रही राजस्थानी, पंजाबी और गुजराती गुझिया

वाराणसी: होली का अपना मजा होता है, क्या बूढ़े क्या बच्चे या फिर हो जवान सभी अपने ठंग से जमकर मस्ती तो करते ही हैं। साथ ही आए हुए यार दोस्त और पास-पड़ोस के लोगों का मुंह भी मीठा कराते हैं। लेकिन जनाब इस होली में अपना मुंह मीठा करने से पहले ये श्योर होना कतई ना भूले की कहीं आप मिठाई खाने के साथ ही हंसी के पात्र भी ना बन जाए।

वजह ये है कि अबकी होली में मिठाई विक्रेताओं ने ख़ास गुझिया बनाया है। जो देखने और स्वाद में तो गुझिया की तरह है लेकिन खाने के बाद आपके मुंह में रंगों का सराबोर होगा।

होली पर गुझिया की मिठास बढ़ जाती है। बाजार में रंग, अबीर-गुलाल के साथ गुझिया की खुश्बू चारों ओर फैल जाती है। तमाम आकारों में दुकानों पर सजी राजस्थानी, पंजाबी, गुजराती गुझिया देखकर लोग खुद-ब-खुद खिंचे चले आते हैं।

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यूं तो बनारसी खाने-पीने के काफी शौकीन होते हैं। हर बार की तरह इस बार भी दुकानदारों ने त्योहार पर पंजाबी, गुजराती, राजस्थानी गुझिया तैयार किये हैं। मिठाई की दुकानों पर मिठाइयों के बीच गुझिया लेने के लिए लोग होली पर रिश्तेदार-नातेदार का मुंह मीठा कराने के लिए जमकर खरीदारी कर रहे। हालांकि पहले खोवा, सूजी की गुझिया बनायी जाती थी।

अब मांग को देखते हुए लौंग कली, समोसा गुझिया, खोवा गुझिया, पंजाबी गुझिया से लेकर कैलोरी फ्री, रोस्टेड गुझिया तैयार की गयी है। दुकानदारों की मानें तो त्योहार पर मिठाई की अपेक्षा 70 फीसदी से अधिक गुझिया की खरीदारी होती है। यहां से मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, मद्रास, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि शहरों में पार्सल किये जाते हैं।

चार सौ से पाँच सौ रुपये किलो बिकने बाले इस रंगीन गुझिया का ख़ासा डिमांड है बात स्वाद की करे तो इस गुझिया में भी वो सब है जो गुझिया में होता है लेकिन अन्दर मावा के साथ खाने वाले रंग मिलाये गए है जो देखने में तो नहीं समझ में आता है लेकिन मुँह में जाते ही पुरे मुँह को अपने रंग में रंग देता है। ख़ास यह भी है की ये रंग नेचुरल होने की वजह से शरीर के लिए नुकसान नहीं पहुँचता।

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