वाराणसी: तीसरे दिन भी जारी रही BHU में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल, मरीज बेहाल

संक्षेप:

  • सर सुंदरलाल अस्पताल चिकित्सालय में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल
  • दो दिनों में 100 से अधिक मरीजों को जबरन छुट्टी दी गई
  • हजारों मरीज इलाज के लिए भटक रहे है

वाराणसी- BHU में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल लगातार तीसरे दिन भी जारी है। आफात की ये हड़ताल अब मरीजों के लिए बड़ी मुसीबत बन गयी है। हड़ताल के चलते BHU के सर सुंदरलाल अस्पताल चिकित्सालय की पूरी व्यवस्था चरमरा गयी है। हालत ये है की अस्पताल से पिछले दो दिनों में 100 से अधिक मरीजों को जबरन छुट्टी दे दी गयी है।

जबरन छुट्टी के बाद कुछ मरीज के परिजनों ने निजी अस्पताल का रूख कर लिया है जबकि कई ऐसे भी मरीज है जो पैसे के अभाव में अपने मरीज को लेकर अस्पताल के बाहर ही स्टेचर पर या पेड़ के नीचे है। उन्हें आसा है की जल्द ही डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होगी और वो अपने मरीज को फिर से अस्पताल में भर्ती करायेगे लेकिन सवाल ये है आखिर डॉक्टरों की ये हड़ताल कब खत्म होगी ये किसी को पता नहीं।

छात्र की पिटाई के बाद गुंडई कर रहे डॉक्टरों ने अब कार्रवाई से बचने से लिए आंदोलन को नया रूख दिया है। अब डॉक्टर इस मामले में सुरक्षा खुद की सुरक्षा की मांग और महिला रेजिडेंट डॉक्टर से दुर्व्यवहार का आरोप लगा दोषी छात्र पर कार्यवाही की मांग कर रहे है लेकिन सवाल ये है की जब महिला डॉक्टर के साथ बदसलूकी हुई तो फिर इसकी शिकायत क्यों नहीं की गयी। यदि BHU प्रशासन ने महिला डॉक्टर की नहीं सुनी तो फिर महिला रेजिडेंट डॉक्टर ने पुलिस की सहायता क्यों नहीं ली।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


ये है पूरा मामला

मंगलवार की सुबह BHU संस्कृत विभाग के शास्त्री थर्ड ईयर के छात्र आकाश मिश्र डाक्टर से इलाज कराने BHU सर सुंदरलाल चिकित्सालय के सर्जरी विभाग पहुंचा जहाँ मौजूद डाक्टर ने लम्बे इन्तजार के बाद छात्र का इलाज करने से ही मना के दिया हद तो तब हो गयी जब छात्र इसका कारण पूछ बैठा , नाराज तीन डाक्टरो ने सर पर तेज वार किया बल्कि घसीट कर वार्ड से बाहर भी कर दिया। नाराज छात्र लंका थाना पहुंचकर तहरीर देकर FIR दर्ज कराई। लेकिन यही बात आरोपी डाक्टरों को नागवार गुजारी और आज हड़ताल पर चले गए।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles