पंचकोस परिक्रमा मार्ग के सुंदरीकरण में खर्च होंगे 101 करोड़ रुपये, ये बातें भी कही

संक्षेप:

  • ट्रेड फेसिलिटी सेंटर में ग्राम प्रधानों के साथ साथ वाराणसी की  सम्बोधित किया
  • सीएम योगी ने ग्राम प्रधानों से ग्राम स्वराज योजना के बारे में बताया
  • इस योजना में सरकार के पास ग्रामीणों को नहीं बल्कि ग्रामीणों के पास सरकार जाएगी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दूसरे दिन ट्रेड फेसिलिटी सेंटर में ग्राम प्रधानों के साथ साथ वाराणसी की  सम्बोधित किया।  उन्होंने बताया कि पंचकोस यात्रा के सुंदरीकरण के लिए 101 करोड़ का बजट स्वीकृत हो चुका है। जिससे यहां मौजूद समस्याओं को दूर किया जाएगा । वहीं उन्होंने ग्राम प्रधानों से ग्राम स्वराज योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना में सरकार के पास ग्रामीणों को नहीं बल्कि ग्रामीणों के पास सरकार जाएगी। 

आपको बताते चलें की पंडित दिन दयाल हस्त कला संकुल बड़ा लालपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित किया और स्वच्छ भारत मिशन और  योजना पर चर्चा की।  उन्होंने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का यह सम्मेलन बहुत महत्वपूर्ण क्योंकि काशी का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री मोदी जी ने ग्राम स्वराज अभियान शुरू किया है। यह कार्यक्रम भारत के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।  मुख्यमंत्री ने अपनी पंचकोस यात्रा के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि पुरषोत्तम मास में पंचकोस यात्रा का भारी महत्त्व है।  इस यात्रा के विकास के लिए शासन प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों और सुविधाओं का निरिक्षण क्रर इस यात्रा के दौरान मैंने स्वयं देखा। पंचकोस की परिक्रम काशी की रिंग रोड की परिक्रमा को सुनिश्चित करता है। इसके लिए 101 करोड़ का बजट स्वीकृत हो चुका है जिससे पंचकोस यात्रा के मार्ग का सुंदरीकरण किया जायेगा। 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्था और ताकत के रूप में सामने आया है इसका श्रेय वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी को जाता है।  इस चलते पूरा देश विश्व पटल पर खुद को सम्मानित महसूस कर रहा है।

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सीएम ग्राम स्वराज योजना पर प्रकाश डाला और इसके फायदे के बारे में ग्राम प्रधानों को बताया। उन्होंने बताया कि हमने दुतिय चरण में 13500 गाँवों का चयन इस योजना के अंतर्गत किया है , जिसमे एक विधायक के वित्तीय सहयता से अधिक वित्तीय सहयता ग्राम प्रधान को विकास कार्य के लिए मिलेगी सरकार से।  पंडित दिन दयाल हस्त कला संकुल में ग्राम प्रधानों के सम्मुख ग्राम स्वराज योजना के बारे में प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्राम स्वराज योजना ग्रामीणों के विकास में  सरकार का एक अहम् क़दम है।  इस योजना के अंतर्गत अब ग्रामीणों को सरकार की योजनाओ के लिए दर दर भटकना नहीं पडेगा बल्कि सरकार की योजनाए और सरकार खुद ग्रामीणों के दरवाज़े पहुंचेगी और उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। हमने इस योजना के लिए प्रदेश में 13500 गांवों का चयन दूसरे चरण में किया है।

मुख्यमंत्री ने ग्राम स्वराज योजना के बारे में बताते हुए आगे कहा कि इस योजना के लागू होने पर एक गांव के प्रधान को उसके क्षेत्र में विकास के एक वित्तीय वर्ष में विधायक के क्षेत्र से अधिक पैसे मिलेंगे ताकि वह पाने गांव का सर्वांगीण विकास कर सके।  उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि यदि किसी गांव की आबादी 20 हज़ार से ऊपर है है तो ग्राम प्रधान को 2 करोड़ रूपये वित्त आयोग से मिलेंगे जबकि एक विधायक को 1 करोड़ 40 लाख रूपये ही मिलते हैं। 

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जान प्रतिनिधियों को विकास की छवि पारदर्शी रखनी होगी।  जनप्रतिनिधियों को इस चीज़ का अंतर विकास के लिए नहीं करना चाहिए कि इसने हमें वोट दिया है और इसने नहीं दिया है। योजनाओ की जानकारी रखते हुए जो योजनाओं के पात्र हैं उन्हें लाभान्वित करना चाहिए।    

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को आश्वस्त कराते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा में पीड़ित परिवार को 24 घंटे के अंदर सरकारी सहयता मिलेगी।  इसके अलावा विधवा की उम्र विधवा पेंशन में सीमा नहीं बनेगी।  किसी भी उम्र की विधवा हो उसे विधवा पेंशन दी जाएगी। उन्होंने  किया कि किसी भी गरीब परिवार की लड़की की शादी ना रुके इसके लिए सरकार कई विवाह योजना चला रही है।  ग्राम प्रधानों की ज़िम्मेदारी बनती है कि वो इसे ग्रामीणों तक पहुंचाए। स्वच्छ भारत मिशन के ऊपर ज़ोर देते हुए कहा कि ग्राम प्रधान सुनिश्चित करें की उनके गांव खुले में शौच मुक्त हों और गांव के हर घर में इज़्ज़त घर बने हों।  जिनके यहां नहीं बने हैं उन्हें ग्राम प्रधान जागरूक करें और प्रयास करके उनके घरों में भी इज़्ज़त घर बनवाएं।  ग्राम प्रधान की प्राथमिकता है कि उनके गांव में गन्दगी न हो इसका ख्याल रखना होगा उन्हें। मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधानों को हिदायत देते हुए कहा कि गांवकण के प्रबुद्धजनो को बैठालकर गांव में चल रहे ज़मीनी विवादों का निस्तारण करें। महीने काम से काम एक बार ग्राम समाधान दिवा का आयोजनन करें ताकि गांव में कोई भी ज़मीनी विवाद न उत्पन्न हो।  इसके अलावा गांव के प्रधानों को हमने अधिकार दिया है कि वो गांव में चिन्हित स्थलोँ पर हैण्डपम्प - रिबोर और रिबोरिंग करवाएं, वृक्षारोपण करवाएं  ध्यान दें की गांव में किसी भी प्रकार का विवाद न उत्पन्न हो।  मुख्यमंत्री ने उत्तरा प्रदेश के सिद्धार्थनगर के हौसरी औसानपुर गाँव का उदहारण देते हुए कहा कि यह उत्तर प्रदेश का पहला गांव है जो सीसीटीवी से लैस है यहाँ 23 सीसीटीवी लगवाए गए हैं। ग्राम प्रधानों को चाहिए कि क्षेत्र में अराजकता रोकने के लिए गांव की प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।  इसके अलावा गांवो में समुचित प्रकाश की व्ववस्था और एक माइक की व्ववस्था करनी चाहिए ताकि सूचनाओं का आदान प्रदान आसानी से कर सकें।  

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि काशी में 1545 करोड़ की योजनाओं अब तक पूरी हो चुकी है और 11400 करोड़ की योजनाएं 30 जून तक पूरी हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 60 वर्षो में जितनी योजनाये नही चली होंगी उतना इन चार सालों में चली है इसके लिए लोगो को जागरूक करने की जिम्मेदारी निभानी होगी।  उन्होंने आने वाले कुंभ के बारे में बताते हुए कहा कि कुम्भ हमारी एक धरोहर है लोगो का इससे एक अलग भाव है लोग इसमे बिना निमंत्रण के जाते है। इस आयोजन को दुनिया मे प्रदर्शित करने का काम मोदी जी ने किया है जिसके चलते दुनिया ने इसके श्रद्धा को स्वीकार किया है।  उन्होंने कहा कि मैं आवाहन करता हूँ कि प्रदेश सरकार प्रदेश स्तर पर किसी भी तरह मदद की जरूरत पड़े तो प्रदेश सरकार आपके साथ है।

जिससे यहां मौजूद समस्याओं को दूर किया जाएगा । वहीं उन्होंने ग्राम प्रधानों से ग्राम स्वराज योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना में सरकार के पास ग्रामीणों को नहीं बल्कि ग्रामीणों के पास सरकार जाएगी। 

आपको बताते चलें की पंडित दिन दयाल हस्त कला संकुल बड़ा लालपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित किया और स्वच्छ भारत मिशन और  योजना पर चर्चा की।  उन्होंने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का यह सम्मेलन बहुत महत्वपूर्ण क्योंकि काशी का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री मोदी जी ने ग्राम स्वराज अभियान शुरू किया है। यह कार्यक्रम भारत के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।  मुख्यमंत्री ने अपनी पंचकोस यात्रा के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि पुरषोत्तम मास में पंचकोस यात्रा का भारी महत्त्व है।  इस यात्रा के विकास के लिए शासन प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों और सुविधाओं का निरिक्षण क्रर इस यात्रा के दौरान मैंने स्वयं देखा। पंचकोस की परिक्रम काशी की रिंग रोड की परिक्रमा को सुनिश्चित करता है। इसके लिए 101 करोड़ का बजट स्वीकृत हो चुका है जिससे पंचकोस यात्रा के मार्ग का सुंदरीकरण किया जायेगा। 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्था और ताकत के रूप में सामने आया है इसका श्रेय वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी को जाता है।  इस चलते पूरा देश विश्व पटल पर खुद को सम्मानित महसूस कर रहा है।

सीएम ग्राम स्वराज योजना पर प्रकाश डाला और इसके फायदे के बारे में ग्राम प्रधानों को बताया। उन्होंने बताया कि हमने दुतिय चरण में 13500 गाँवों का चयन इस योजना के अंतर्गत किया है , जिसमे एक विधायक के वित्तीय सहयता से अधिक वित्तीय सहयता ग्राम प्रधान को विकास कार्य के लिए मिलेगी सरकार से।  पंडित दिन दयाल हस्त कला संकुल में ग्राम प्रधानों के सम्मुख ग्राम स्वराज योजना के बारे में प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्राम स्वराज योजना ग्रामीणों के विकास में  सरकार का एक अहम् क़दम है।  इस योजना के अंतर्गत अब ग्रामीणों को सरकार की योजनाओ के लिए दर दर भटकना नहीं पडेगा बल्कि सरकार की योजनाए और सरकार खुद ग्रामीणों के दरवाज़े पहुंचेगी और उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। हमने इस योजना के लिए प्रदेश में 13500 गांवों का चयन दूसरे चरण में किया है।

मुख्यमंत्री ने ग्राम स्वराज योजना के बारे में बताते हुए आगे कहा कि इस योजना के लागू होने पर एक गांव के प्रधान को उसके क्षेत्र में विकास के एक वित्तीय वर्ष में विधायक के क्षेत्र से अधिक पैसे मिलेंगे ताकि वह पाने गांव का सर्वांगीण विकास कर सके।  उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि यदि किसी गांव की आबादी 20 हज़ार से ऊपर है है तो ग्राम प्रधान को 2 करोड़ रूपये वित्त आयोग से मिलेंगे जबकि एक विधायक को 1 करोड़ 40 लाख रूपये ही मिलते हैं। 

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जान प्रतिनिधियों को विकास की छवि पारदर्शी रखनी होगी।  जनप्रतिनिधियों को इस चीज़ का अंतर विकास के लिए नहीं करना चाहिए कि इसने हमें वोट दिया है और इसने नहीं दिया है। योजनाओ की जानकारी रखते हुए जो योजनाओं के पात्र हैं उन्हें लाभान्वित करना चाहिए।    

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को आश्वस्त कराते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा में पीड़ित परिवार को 24 घंटे के अंदर सरकारी सहयता मिलेगी।  इसके अलावा विधवा की उम्र विधवा पेंशन में सीमा नहीं बनेगी।  किसी भी उम्र की विधवा हो उसे विधवा पेंशन दी जाएगी। उन्होंने  किया कि किसी भी गरीब परिवार की लड़की की शादी ना रुके इसके लिए सरकार कई विवाह योजना चला रही है।  ग्राम प्रधानों की ज़िम्मेदारी बनती है कि वो इसे ग्रामीणों तक पहुंचाए। स्वच्छ भारत मिशन के ऊपर ज़ोर देते हुए कहा कि ग्राम प्रधान सुनिश्चित करें की उनके गांव खुले में शौच मुक्त हों और गांव के हर घर में इज़्ज़त घर बने हों।  जिनके यहां नहीं बने हैं उन्हें ग्राम प्रधान जागरूक करें और प्रयास करके उनके घरों में भी इज़्ज़त घर बनवाएं।  ग्राम प्रधान की प्राथमिकता है कि उनके गांव में गन्दगी न हो इसका ख्याल रखना होगा उन्हें। मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधानों को हिदायत देते हुए कहा कि गांवकण के प्रबुद्धजनो को बैठालकर गांव में चल रहे ज़मीनी विवादों का निस्तारण करें। महीने काम से काम एक बार ग्राम समाधान दिवा का आयोजनन करें ताकि गांव में कोई भी ज़मीनी विवाद न उत्पन्न हो।  इसके अलावा गांव के प्रधानों को हमने अधिकार दिया है कि वो गांव में चिन्हित स्थलोँ पर हैण्डपम्प - रिबोर और रिबोरिंग करवाएं, वृक्षारोपण करवाएं  ध्यान दें की गांव में किसी भी प्रकार का विवाद न उत्पन्न हो।  मुख्यमंत्री ने उत्तरा प्रदेश के सिद्धार्थनगर के हौसरी औसानपुर गाँव का उदहारण देते हुए कहा कि यह उत्तर प्रदेश का पहला गांव है जो सीसीटीवी से लैस है यहाँ 23 सीसीटीवी लगवाए गए हैं। ग्राम प्रधानों को चाहिए कि क्षेत्र में अराजकता रोकने के लिए गांव की प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।  इसके अलावा गांवो में समुचित प्रकाश की व्ववस्था और एक माइक की व्ववस्था करनी चाहिए ताकि सूचनाओं का आदान प्रदान आसानी से कर सकें।  

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि काशी में 1545 करोड़ की योजनाओं अब तक पूरी हो चुकी है और 11400 करोड़ की योजनाएं 30 जून तक पूरी हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 60 वर्षो में जितनी योजनाये नही चली होंगी उतना इन चार सालों में चली है इसके लिए लोगो को जागरूक करने की जिम्मेदारी निभानी होगी।  उन्होंने आने वाले कुंभ के बारे में बताते हुए कहा कि कुम्भ हमारी एक धरोहर है लोगो का इससे एक अलग भाव है लोग इसमे बिना निमंत्रण के जाते है। इस आयोजन को दुनिया मे प्रदर्शित करने का काम मोदी जी ने किया है जिसके चलते दुनिया ने इसके श्रद्धा को स्वीकार किया है।  उन्होंने कहा कि मैं आवाहन करता हूँ कि प्रदेश सरकार प्रदेश स्तर पर किसी भी तरह मदद की जरूरत पड़े तो प्रदेश सरकार आपके साथ है।

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