आपस में ही भीड़ गए योगी के मंत्री-विधायक, एक दूसरे की तुलना कुत्ते से की

संक्षेप:

  • योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री और एक विधायक आपस में ही भिड़ गए
  • दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की कुत्ते से तुलना की
  • ओमप्रकाश राजभर के लिए कहा कि राजनैतिक लाभ के लिए कहीं भी जा सकते है

यूपी सरकार के मंत्री जब आपस में लड़ने बैठ जाएंगे तो जनता की उलझनों को सुलझाएगा। ऐसा ही चल रहा है बीजेपी के दो विधायकों के बीच जो अक्सर विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। दरअसल योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री और एक विधायक आपस में ही भिड़ गए। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की कुत्ते से तुलना की है। बता दें, बलिया जिले के बैरिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के लिए कहा कि राजनैतिक लाभ के लिए कहीं भी जा सकते है।

आपको बताते चलें की ओमप्रकाश राजभर ने एक दिन पहले वाराणसी में शिवपाल यादव से मुलाकत की थी और उस दौरान उन्होंने बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह पर तंज कस्ते हुए कहा था कि हाथी चलती है तो कुत्ते भौंकते हैं और फिर इसी बयान पर पलटवार करते हुए विधायक सुरेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि ओमप्रकाश राजभर का स्वभाव बोल रहा है। हकीकत में लोभ के लिए कहीं भी जाने का स्वभाव कुत्ते का होता है, ऐसे में राजनैतिक और आर्थिक लाभ के लिए कहीं भी जाना कुत्ते की पहचान है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि शिवपाल और मायावती जहां भी रोटी दिखाएंगे वो वहां दौड़ेंगे। भाजपा ने सम्मान उन्हें दिया है उसे वो पचा नहीं पा रहे है। सुरेंद्र सिंह इतने में ही नहीं रुके उन्होंने भाजपा विधायक ने आजम खान पर आतंकवादियों से सम्बन्ध होने का आरोप लगाया। आजम खान द्वारा मोदी के फिटनेस वीडियो पर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि आजम खान का नाम हाजम खान रख देना चाहिए क्योंकि उनका शरीर भारत में है पर मानसिकता पाकिस्तानी है। सुरेंद्र सिंह के दिए इस विवादित बयान के बाद राजनैतिक गलियारों में हलचल मच गई जो कभी भी सामने आ सकती है।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles