वाराणसी में होली पर सजी कवियों की महफिल, नेताओं पर इस तरह कसे तंज

संक्षेप:

  • पीएम नरेंद्र मोदी पर कसा तंज
  • योगी, मायावती, अमर सिंह पर भी कसा व्यंग
  • मीडिया को भी लिया लपेटे में

 वाराणसीः काशी मे  होली का अपना ही मजा होता है। जिसके लिए महफिल सजती है भारतेंदु अकादमी की तरफ से आयोजित  मैदागिन स्थित टाउन हॉल मैदान में कवियों की महफिल में कविताओं के माध्यम से देश के राजनीतिक हालात, आतंकवाद, सामाजिक स्थिति, भ्रष्टाचार, महंगाई सहित विभिन्न मुद्दों पर करारा व्यंग्य किया गया। इन कविताओं का लुफ्त उठाने के लिए हजारों लोग देर रात तक टाउन हॉल मैदान में मौजूद रहें। इन लोगों में युवाओं के बड़े बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल थे। इस कवि सम्मेलन में राजनीतिक हस्तियों पर कुछ इस प्रकार व्यंग्य के तीर चलाए गए की श्रोता हंसते-हंसते लोट-पोट हो गए।

पीएम नरेंद्र मोदी पर भी कसा तंज

प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी भी होलियाना व्यंग्य के निशाने पर रहे। कवियों ने पीएम पर व्यंग कसते हुए कहा कि पिछली लोक सभा की तरह 2019 लोक सभा भी ले बीतेंगे, लेकिन अगली बार ऐसा नहीं होगा। क्योंकि लोग सब समझ गए हैं। उनके विकास कार्य पर बताया गया कि मोदी सरकार हर चीज को लिंक से जोड़ रही है हमे डर लग रहा है अगर प्राइवेट पार्ट को भी लिंक से जोड़ा जाये तो कभी छूटेगा नहीं।

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संप्रदायिक सद्भाव की कविताओं का बना विषय

संप्रदायिक सद्भाव की कविताओं का विषय बना। कहा गया कि ज्ञानवापी में सोमवार को पूजा होती है तो वहीं जुम्मे की नमाज भी होती है फिल्मी गीत देख कर `तेरे संसार की हालत क्या हो गई` की धुन पर बनी गाड़ियों से रसी एक कविता का सार यही था कि `आज ईमानदारी पूरी तरह समाप्त हो गई है`।

योगी, मायावती, अमर सिंह पर भी कसा व्यंग

यूपी मे योगी है छाये तभी तो पुलिस कमाये, बसपा सुप्रीमो भी व्यंग्य के तीरों से बच नहीं पायी उनके बारे में कहा गया कि मायावती यादवओं का मुंडन कराकर जंतर बनाएगी और अमर सिंह को गले लगाएंगी।

फिल्मी गीत पर भी कसा तंज

हिमेश रेशमिया के गीत `चलाओ ना नैनो से वाण` को भी गालियों में तब्दील कर दिया गया उसके अलावा फिल्मी गीत `कौन परदेसी मेरा दिल ले गया`, `हूं लाला उ लाला`, `बम बम बोल रहा है काशी`, `जब प्यार किया तो डरना क्या`, आदि के गाने पर भी गालियों की बौछार की गई। इन गीतों को गाने वाले दृष्टि हीन कवि चीमा बनारसी की आवाज गजब की थी।

मीडिया को भी नहीं छोड़ा लिया लपेटे में

कवि ने कुंडली का वाचन करते हुए इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जमकर प्रहार किया। कहा गया `आधी रात के बाद यह सभी चैनल कमाई के चक्कर में पड़ जाते हैं` अन्ना हजारे और बाबा रामदेव पर भी व्यंग्य करते हुए कहा गया कि यह दोनों दोगले हैं और यह आंदोलन करेंगे तभी समाज बदलेगा।

सेना की सराहना की

सीमा पर भारतीय सैनिक के उपर छीप कर वार करने पर भी दर्शाया गया। कविता बनाकर पाकिस्तान पर करारा प्रहार किया गया। कविता के माध्यम से अमेरिका पर जमकर व्यंग्य किया गया। कहां गया कि वह अपने को जैसा दिखाता है वैसा वह नहीं है जब उस पर आतंकी हमला होता है तब उसे आतंकवाद समझ में आता है अंयथा नहीं। सम्मेलन में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, डिंपल यादव, शिवपाल यादव आदि पर भी जमकर व्यंग्य के तीर चलाए गए। इस मौके पर भारतेंदु अकादमी के अध्यक्ष संयोजक राजेंद्र त्रिवेदी राजू ने अतिथियों का स्वागत किया।

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