पीएम ने दी थी ये सौगात अब रेलवे ने कर दिया यात्रियों की जेब पर प्रहार

संक्षेप:

  • नई ट्रेन वाराणसी-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस का नाम बदला
  • नाम बदलकर जनशताब्दी एक्सप्रेस कर दिया
  • ट्रेन का किराया 20 फीसदी तक बढ़ा दिया गया

12 मार्च को पीएम  अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आए तो वाराणसी को वाराणसी-पटना इंटरसिटी ट्रेन की सौगात दी और कम किराए में लोगों को हाईक्लास सुविधा देने का वादा किया। लेकिन पीएम की इस सौगात को 72 घण्टे भी नहीं बीते की रेलवे ने मंडुवाडीह से चलने वाली नई ट्रेन वाराणसी-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस का नाम बदलकर जनशताब्दी एक्सप्रेस कर ट्रेन का किराया 20 फीसदी तक बढ़ा दिया।  सामान्य श्रेणी के साथ ही एसी कोच में यह वृद्धि की गयी है। जिससे सीधे आम जनमानस पर इसका प्रभाव पडेगा।  शुभारंभ के दिन ट्रेन के एसी चेयर का किराया 370 था जबकि साधारण चेयरकार का एक सौ रुपए था। यात्रियों में इस बात की खुशी थी कि कम किराया और कम समय में पटना से वाराणसी के बीच सफर कर सकेंगे। मगर 14 मार्च को रेल मंत्रालय ने इंटरसिटी का नाम बदलकर जनशताब्दी एक्सप्रेस कर दिया। इसकी सूचना पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय एवं वाराणसी मंडल प्रशासन को भेज दी,  नाम बदलते ही ट्रेन के किराए में वृद्ध हो गई।

कांग्रेस के प्रवक्ता शैलेन्द्र सिंह की माने तो सरकार सीधे तौर पर जनता को छलने का काम कर रही है। पहले सस्ते कीमतों पर हाईक्लास सुविधा देने की बात कर पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के जनता को सौगात देते हैं फिर  रेलवे नाम बदलकर उसी सफर का ज्यादा किराया वसूल करती है। ये सीधे तौर पर जनता के साथ धोखा है।  मंडुवाडीह स्टेशन अधीक्षक सीपी सिंह ने बताया कि इंटरसिटी के जनशताब्दी में परिवर्तन होने के बाद एसी चेयर का किराया 450 रुपए और चेयरकार का किराया 130 हो गया है। ट्रेन की स्पीड भी बढ़ा दी गई है। 

 

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