वाराणसी में गर्मी से लोग बेहाल, घाट से सड़क तक सन्नाटा

संक्षेप:

  • वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले तीन चार दिनों में गर्मी का ये तेवर और तल्ख होगा
  • तापमान 42 के पार है और आद्रता 60 फीसदी होने से उमस से लोग बेहाल
  • अचानक बढ़ी तल्खी लोगों को परेशान कर रही है

  गर्मी के तल्ख़ तेवर से हर कोई परेशान है। आलम यह है कि सुबह के दस बजने के साथ ही सड़कों के साथ घाट पर सन्नाटा पसर जाता है और गर्मी के तल्ख़ तेवर के कारण लोग छांव का सहारा ले रहे हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले तीन चार दिनों में गर्मी का ये तेवर और तल्ख होगा ।

 वाराणसी में भगवान भाष्कर की तपिश से हर कोई परेशान है तापमान 42 के पार है और आद्रता 60 फीसदी होने से उमस से लोग बेहाल है।  मौसम में अचानक बढ़ी तल्खी लोगों को परेशान कर रही है। चटक धूप के कारण दिन के समय या तो लोग घरों में या फिर दफ्तरों में ही रहना उचित समझ रहे हैं। तापमान के साथ नमी भी बढ़ गई है। रही सही कसर बिजली कटौती के कारण पूरी हो रही है।शहर में अधिकतम तापमान 42डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गर्मी बढ़ने के साथ ही सड़कों पर भी दिन के समय लोगों की आवाजाही कम हो गयी है। आमतौर पर दफ्तर पहुंचने के बाद लोगों ने अंदर रहना मुनासिब समझा। इस वजह से चाय-पान की दुकानों पर भी इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए। दोपहर तक सजी रहने वाली सब्जी मंडियां भी 10 बजते-बजते खाली हो जा रही हैं। सुबह और शाम गंगा घाटों पर स्नान करने वालों की भीड़ भी बढ़ गयी है। इनमें युवाओं, महिलाओं और बच्चों की संख्या ज्यादा है। खासतौर पर शाम के समय ज्यादा लोग घाटों पर पहुंच रहे हैं। हालांकि पुराने शहर और पक्के महाल में गर्मी की तपिश उतनी महसूस नहीं की जाती। इसका कारण सघनता भी है।

 

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