3 घंटे में दूसरी बार साध्वी प्रज्ञा ने लोकसभा में मांगी माफी, बोलीं- गोडसे को नहीं कहा देशभक्त

संक्षेप:

  • भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने तीन घंटे के अंदर दूसरी बार लोकसभा में माफी मांगी है.
  • महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले वक्तव्य पर विपक्ष ने भारी हंगामा किया था.
  • जिसके बाद शुक्रवार को प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांगी.

नई दिल्ली: भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने तीन घंटे के अंदर दूसरी बार लोकसभा में माफी मांगी है. महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले वक्तव्य पर विपक्ष ने भारी हंगामा किया था, जिसके बाद शुक्रवार को प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांगी. लोकसभा में उन्होंने कहा कि मैंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा, फिर भी अगर किसी को ठेस पहुंचती है तो क्षमा चाहती हूं.

साध्वी प्रज्ञा ने दोबारा माफी मांगता हुए कहा, ‘…मैंने 27/11/2019 को SPG बिल पर चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा, फिर भी मेरे बयान से किसी को खेद पहुंचा हो तो मैं क्षमा चाहती हूं.’ इससे पहले दोपहर 12 बजे भी लोकसभा साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली थी, लेकिन उसके बावजूद विपक्ष ने हंगामा किया था. जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें ये तय हुआ कि साध्वी प्रज्ञा सदन में दोबारा माफी मांगेंगी.

पहले बयान में क्या कहा था...

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साध्वी प्रज्ञा ने लोकसभा में अपने कथन पर खेद जताते हुए माफी मांगी, लेकिन इसी के साथ उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला भी बोल दिया. जिसपर विवाद हो गया. साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान में कहा, ‘बीते घटनाक्रम में मैं सबसे पहले मेरे द्वारा की गई टिप्पणी से अगर किसी को ठेस पहुंची हो, तो खेद प्रकट कर मैं क्षमा चाहती हूं. परंतु मैं ये भी कहना चाहती हूं कि संसद में मेरे बयानों को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है, मेरा कहना कुछ और था जिसे गलत रूप से प्रस्तुत किया गया है.’

ठाकुर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा, ‘महात्मा गांधी द्वारा देश के प्रति सेवा भाव का मैं सम्मान करती हूं. परंतु मैं सदन को ध्यान दिलाना चाहती हूं कि इसी सदन के एक माननीय सदस्य द्वारा मुझे सार्वजनिक तौर पर आतंकवादी कहा गया, मेरे साथ तत्कालीन सरकार द्वारा रचे गए षडयंत्र के बावजूद कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है, जबतक कोर्ट से मुझे दोषी साबित नहीं किया जाता है मुझे आतंकवादी कहना कानून के खिलाफ है.
बीजेपी सांसद ने कहा, ‘कोई आरोप सिद्ध हुए बिना आतंकवादी बताना एक महिला के नाते, सांसद के नाते, संन्यासी के नाते मेरे सम्मान पर हमला करके मुझे अपमानित करने का प्रयास किया गया है. एक महिला होते हुए तत्कालीन सरकार के द्वारा मानसिक, शारीरिक रूप से मुझे प्रताड़ित रूप से….’

इसी के बाद साध्वी प्रज्ञा के बयान पर लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने साध्वी के बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि उन्होंने सही तरीके से माफी नहीं मांगी है. साध्वी के बयान के बाद सदन में ‘डाउन डाउन गोडसे’ के नारे भी लगे.

साध्वी पर हुआ था बड़ा एक्शन

आपको बता दें कि लोकसभा में साध्वी प्रज्ञा के द्वारा नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर केंद्र सरकार ने उनपर एक्शन लिया था. साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की कमेटी से निष्कासित कर दिया गया था. इसके अलावा बीजेपी की ओर से साध्वी प्रज्ञा के संसदीय दल की बैठक में आने से रोक लगा दी गई थी. शुक्रवार सुबह ही साध्वी प्रज्ञा ने बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी.

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