देश की हालत बहुत खराब, संविधान बचाने के लिए आंदोलन करना होगा: सोनिया गांधी

संक्षेप:

  • सोनिया गांधी ने कहा कि आप हम सब इसलिए यहां आए हैं क्योंकि काफी समय से देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है.
  • हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अपने घरों से बाहर निकलें और इसके खिलाफ आंदोलन करें.
  • आज वही वक्त आ गया है. देश को बचाना है तो हमें कठोर संघर्ष करना होगा.

नई दिल्ली: सोनिया गांधी ने कहा कि आप हम सब इसलिए यहां आए हैं क्योंकि काफी समय से देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है. हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अपने घरों से बाहर निकलें और इसके खिलाफ आंदोलन करें. आज वही वक्त आ गया है. देश को बचाना है तो हमें कठोर संघर्ष करना होगा. आज हमारे युवा. इस तरह की बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं जैसा दशकों में नहीं हुआ. लगी लगाई नौकरियां जा रही हैं. उनके सामने अंधेरा ही अंधेरा है.

सोनिया गांधी ने पूछा क्या आप बदलाव के लिए तैयार हैं

आज जब मैं किसान भाइयों की दशा देखती हूं तो बहुत तकलीफ होती है. उन्हें अपने खेतों के लिए सही समय पर बीज नहीं मिलता आसानी से खाद नहीं मिलता. पानी-बिजली नहीं मिलती. फसल के उचित दाम नहीं मिलते. हमारे कामगार भाई-बहन दिनरात मजदूरी में लगे रहते हैं. सर्दी-गर्मी की परवाह किए बिना काम करते रहते हैं. फिर भी उन्हें दो जून की रोटी नहीं मिलती. छोटे कारोबारी मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण तबाह हो गए हैं. वो बैंक कर्ज नहीं दे पा रहे, पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने की खबरें आ रही हैं.

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सोनिया बोलीं- नागरिकता कानून भारत की आत्मा को तार-तार कर देगा

महिलाओं के ऊपर जो जुर्म आज हो रहा है. उसको देखकर हमारा सिर झुक जाता है. आज तो अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा माहौल है, पूरा देश पूछ रहा है कि सबका साथ सबका विश्वास कहां है. रोजगार कहां चले गए. अर्थव्यवस्था क्यों तबाह हो गई. आप ही बताइए कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि जिस काला धन लाने के लिए नोटबंदी की थी वो कालाधन बाहर क्यों नहीं आया. वो कालाधन किसके पास है. जीएसटी के बाद भी मोदी सरकार का खजाना खाली क्यों हो गया. हमारी नवरत्न कंपनियां क्यों बेची जा रही हैं और किसे बेची जा रही हैं. जनता का पैसा बैंकों तक में सुरक्षित नहीं. मोदी-शाह कहते हैं यही है अच्छे दिन. आज का माहौल ऐसा हो गया कि जब मन करे कोई धारा लगा दो, हटा दो, प्रदेश का नक्शा बदल दो, बिना बहस कोई विधेयक बदल दो, जहां चाहो राष्ट्रपति शासन लगा दो. ये हर रोज संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं. मोदी-शाह को इस बात की कोई परवाह नहीं है कि ये जो नागरिकता कानून लाए हैं वो भारत की आत्मा को तार-तार कर देगा.

मोदी-शाह एक एजेंडा- लोगों को लड़वाओ और असली मुद्दों को छुपाओ

मोदी-शाह का सिर्फ एक ही लक्ष्य है. उनका एक ही संकीर्ण एजेंडा है, लोगों को लड़वाओ और असली मुद्दों को छुपाओ. नाइंसाफी सहना सबसे बड़ा अपराध है. मोदी सरकार को अपनी आवाज बुलंद करके बताइए कि हम लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं. संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष को तैयार हैं. कांग्रेस ने जनता के हित में हमेशा लड़ाई लड़ी आज भी कांग्रेस पार्टी पीछे हटने वाली नहीं. हम अपना कर्तव्य निभाते रहेंगे.

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