गोरखपुर का तहसील बासगांव बनेगा यूपी का 76वां जिला

संक्षेप:

  • डीएम ने बॉसगांव को जिला बनाने के लिए 19 बिंदुओं पर तहसीलों से मांगी रिपोर्ट
  • बास गांव में बासगांव, खजनी और गोला तहसीलें होंगी शामिल
  • लंबे समय से हो रही बासगांव को जिला बनाने की मांग

गोरखपुर : जिले के दक्षिणांचल में स्थित बासगांव तहसील अब जिला बनेगा। योगी सरकार में प्रदेश में एक और जिला बासगांव अपना स्थान बना लेगा लंबे समय से बासगांव को जिला बनाने की मांग की जा रही है।

आपको बता दें कि दूरी अधिक होने की वजह से दक्षिणांचल के लोगों को गोरखपुर में आकर अपना कार्य निपटाने में काफी दिक्कत होती है। लिहाजा बास गांव को जिला बनाने की मांग काफी दिनों से उठती आ रही है। सपा सरकार में भी बास गांव को जिला बनाने की एक बार कवायद हुई थी लेकिन तब तक सरकार ने अपने मियाद पूरी कर ली थी। प्रदेश सरकार ने बांसगांव को नया जिला बनाने की तैयारियां तेज कर दी है। सूत्रों से के मुताबिक प्रस्तावित जिले बास गांव में बासगांव, खजनी और गोला यह 3 तहसीलें शामिल होंगी।

डीएम राजीव रौतेला ने बॉसगांव को जिला बनाने के लिए 19 बिंदुओं पर तीनों तहसीलों से रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए खजनी, गोला का बासगांव तहसील में रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जानकारी के अनुसार जनपद बनाने के लिए शासन की तरफ से तीनों तहसीलों का तहसील बार नक्शा साथ ही तीनो तहसीलों की सीमाओं का रेखांकित स्क्रीन जनपद को बनाने में कर्मचारियों के पद सृजन की संख्या वर्तमान में तीनों तहसीलों में लेखपाल, राजस्व निरीक्षक अमीन और अन्य कितने पद हैं। कितने ब्लॉक स्थानीय प्रभावित होंगे। कुल कितनी जनसंख्या है, इसमें कितने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, विद्यालय हैं इसकी भी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके अलावा कितने ग्राम पंचायत, नगर पंचायत व ग्राम पंचायत भौगोलिक दृष्टि से बास गांव को जिला बनाने जाने से आम जनमानस को क्या लाभ हो सकता है जनपद बनाने जाने से कुल कितने गांव को शामिल किया जाएगा। उसकी जनसंख्या, क्षेत्रफल, कृषि क्षेत्रफल व कृषि क्षेत्रफल आवाद व गैर आबाद गांव की संख्या तीनो तहसीलों के परगना की संख्या नाम सहित तहसीलों से होकर गुजरने वाली नदियों, बांधों तथा बांसगांव तहसील से दूरी का विस्तृत ब्यौरा तैयार किया जा रहा है।

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बास गांव को जिला बनाने में आम जनमानस के लिए रेल बस व अन्य संसाधन की उपलब्धता बांसगांव से उस की दूरी आदि की भी जानकारी मांगी गई है इतना ही नहीं बास गांव को जिला बनाए जाने पर स्थानीय लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय बनाने का उपयुक्त स्थान भी बताने को कहा गया है साथ ही बांस गांव को जिला बनाने के लिए क्षेत्रीय विधायक सांसद के साथ ही प्रबंधन क्षेत्र जनता का भी क्या राय है इस का भी उल्लेख करने की बात कही गई है इसके साथ ही तीनो तहसील बाढ़ सूखा का क्षेत्रफल की मांग की गई है बॉस गांव को जिला बनाने में अनुमानित खर्चे का भी ब्यौरा देने का निर्देश है दो दिनों से तहसील खजनी में रिपोर्ट बनाने का कार्य चल रहा है पहले भी बास गांव को जिला बनाने की मांग कुछ लोगों द्वारा की जा चुकी है।

इस संबंध में रिपोर्ट भी कई बार मांगे जाने की बात बताई जाती है परंतु अभी तक कोई सार्थक पहल ना हो पाने के कारण इस पर कोई कदम नहीं उठाया जा सका है बास गांव को जिला बनाने के बाद हरिहरपुर को यदि मुख्यालय बनाए जाए क्षेत्र के लोगों में काफी सुविधा होगी परंतु यह शासन पर निर्भर करता है कि वह मुख्यालय कहां बनाएं इस संबंध में एसडीएम गोला गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि वह गांव को जिला बनाने के लिए तहसील से कई मुद्दों पर रिपोर्ट मांगी गई है जल्दी रिपोर्ट डीएम को सौप दी जायेगी ।

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